सूबे में फिर से कमल खिलाने को भाजपा शीर्ष नेतृत्व तैयारी में जुटा है तो कमान संभालने के लिए दूसरे राज्यों के दिग्गजों को मेहमान बनाकर भेजा जा रहा है। इसमें जिलास्तर से लेकर क्षेत्र, मोर्चा, प्रदेश स्तर के पदाधिकारी हैं, तो कई जनप्रतिनिधि और पूर्व जनप्रतिनिधि भी सम्मिलित हैं। इनको प्रभारी और प्रवासी बनाकर पूरे ब्रज में भेजा गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में दूसरे राज्य से आए दो दिग्गजों को लगाया गया है, जिसमें एक संगठनात्मक तो दूसरे कार्यक्रमों की जिम्मेदारी संभालेंगे। कुछ विधानसभा क्षेत्र में मेहमानों की आमद हो भी चुकी है।
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गत विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ब्रजक्षेत्र की 65 में से 57 विधानसभा सीट पर कमल खिला था। पार्टी अपने किले को बचाने और बची हुई सीटों पर कब्जा जमाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए सूबे का नेतृत्व समय-समय पर संगठनात्मक बैठक कर ऊर्जा का संचार कर चुका है तो पिछले दिनों राष्ट्रीय नेतृत्व ने बूथ स्तर के प्रबंधन को धार दी थी। पार्टी स्थानीय संगठन के साथ ही चुनाव में निगरानी, अतिरिक्त ऊर्जा और प्रबंधन के लिए दूसरे राज्यों के दिग्गजों का उपयोग कर रही हैं। ब्रज में सर्वाधिक राजस्थान के संगठनात्मक ढांचे का प्रयोग किया गया है, जबकि ब्रज सहित दूसरे क्षेत्रों में गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, मप्र के दिग्गजों की क्षमता का प्रयोग भी किया जा रहा है। दूसरे राज्यों के दिग्गजों को विधानसभा क्षेत्र स्तर पर संगठन की संरचना को परखेंगे तो बूथ की इकाई तक को सक्रिय बनाएंगे। इसके साथ ही पन्ना प्रमुख तक को सक्रिय बनाने और लोगों को बीच पहुंचाने के लिए कवायद की जाएगी। दूसरे राज्यों के प्रभारी, प्रवासी ब्रज में संगठनात्मक कार्य के लिए आए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र स्तर पर दो लोगों को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें एक प्रवासी और एक प्रभारी रहेंगे।