Desk. आने वाले एक महीने में एक बार फिर ब्याज दरें बढ़ाई जा सकती है। इसके संकेत खुद आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि जून में आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होगी। इसमें नए सिरे से महंगाई दर के अनुमान के आंकड़े जारी किए जाएंगे। बता दें कि हाल ही में आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ा दिया था। इससे बैंकों से लोन लेना और ईएमआई पर सामान खरीदना महंगा हो गया था।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई गर्वनर ने संकेत दिया है कि आरबीआई फिर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकता है। जानकारों का मानना है कि आरबीआई अपने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में 25 से 35 फीसदी रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। जानकारी के अनुसार रेपो रेट को मौजूदा स्तर 4.40 फीसदी से बढ़ाकर 4.75 फीसदी तक किया जा सकता है। ऐसा हुआ तो ईएमआई और बैंको से कर्ज लेना महंगा हो सकता है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
6 जून 2022 से आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी की 3 दिनों की बैठक शुरू होगी और 8 जून को मॉनिटरी पॉलिसी में लिए निर्णय का ऐलान किया जाएगा। इससे पहले आरबीआई की 4 मई को मॉनिटरी की पॉलिसी की बैठक के बाद अचानक रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4.40 फीसदी और कैश रिजर्व रेशियो को 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4 फीसदी से 4.50 फीसदी कर दिया था।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
दरअसल अप्रैल महीने में खुदरा दर 7.79 फीसदी रहा है, जो 8 साल के उच्चतम स्तर पर है। महंगाई के इस आंकड़े ने सरकार से लेकर आरबीआई की चिंता बढ़ा दी है। ये आरबीआई के 2022-23 के लिए महंगाई के लिए तय किए गए लक्ष्य 5.7 फीसदी से कहीं ज्यादा है तो आरबीआई के बर्दाश्त सीमा 6 फीसदी से भी अधिक है। ऐसे में माना जा रहा है कि जून में मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में आरबीआई 2022-23 के लिए महंगाई दर के अपने अनुमान में बदलाव कर सकता है।