DESK : रूढ़िवादी देश ईरान में सभी लड़कियों के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य है। ‘धार्मिक और कानूनी नियमों का पालन किए बिना किसी स्पोर्ट्स या नॉन-स्पोर्ट्स इवेंट का आयोजन करना सख्त मना है और आयोजकों को कानून के मुताबिक सख्त सजा दी जाएगी।’ शिराज के गवर्नर लोटफुल्ला शेबानी ने कहा कि इवेंट का आयोजन सामाजिक, धार्मिक और राष्ट्रीय नियमों को तोड़ने के उद्देश्य से किया गया था। शिराज में 15 जुलाई को जुमे की नमाज के बाद ‘हिजाब की पवित्रता के समर्थक’ शीर्षक से एक मार्च निकाला जाएगा।
तो वही ईरान में 1979 की क्रांति के बाद से लागू इस्लामिक लॉ के तहत महिलाओं को ऐसा हिजाब पहनना अनिवार्य है जो उनके बालों को छिपाते हुए सिर और गर्दन को ढके। ईरान के कट्टरपंथी इस तरह के आयोजनों, जहां इस तरह के नियमों को नजरअंदाज किया जाता है, को इस्लामिक रिपब्लिक के खिलाफ पश्चिम की ‘सॉफ्ट वॉर’ मानते हैं। हालांकि तेहरान और दूसरे प्रमुख शहरों में पिछले दो दशकों में नियमों ढील दी गई है जिसके तहत महिलाएं अब अपने हिजाब को थोड़ा पीछे कर सिर खुला रख सकती हैं।
ईरान की मीडिया ने रविवार को जानकारी दी कि 120 लोगों को कथित ‘आपराधिक गतिविधियों’ के लिए गिरफ्तार किया गया है जैसे शराब पीना, पुरुषों और महिलाओं का एक साथ डांस करना और हिजाब उतारना। ईरान के कानून के मुताबिक देश में सिर्फ गैर-मुस्लिम नागरिक ही धार्मिक उद्देश्यों से शराब का सेवन कर सकते हैं जबकि पुरुषों और महिलाओं का एकसाथ डांस करना मना है।