desk : बढती जनसंख्या से परेशान भारत के लोगों के लिए एक सुकून की खबर है. प्रजनन दर यानी प्रति महिला शिशु जन्म दर के मामले में भारत में बड़ा बदलाव हुआ है. भारत की कुल प्रजनन दर 2.2 से गिरकर 2.0 हो गई है जो जनसंख्या नियंत्रण उपायों की महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस -5) के पांचवें दौर की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. यानी देश में अब प्रति दंपत्ति औसत शिशु 2 के आंकड़े हो छू रहा है.
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हालांकि देश में भले प्रजनन दर में जोरदार कमी आई है देश के बड़े राज्यों में सर्वाधिक प्रजनन दर वाले राज्य में बिहार टॉप पर है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी NFHS-5 की राष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, भारत में केवल पांच राज्यों में प्रजनन स्तर 2.1 से ज्यादा है. इसमें बिहार (2.98), मेघालय (2.91), उत्तर प्रदेश (2.35), झारखंड (2.26) और मणिपुर (2.17) शामिल है. हालांकि इसमें बिहार, यूपी ही सबसे बड़े राज्य हैं. इन दोनों राज्यों में अभी भी प्रति दम्पत्ति शिशु की संख्या 2 से ज्यादा है और ज्यादातर मामलों में 3 बच्चे हैं.
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एनएफएचएस-5 के अनुसार, एनएफएचएस-4 में 62 प्रतिशत की तुलना में 12-23 महीने (77 प्रतिशत) आयु वर्ग के तीन-चौथाई से अधिक बच्चों का पूरी तरह से टीकाकरण किया गया था. पिछले चार वर्षों के दौरान देश में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग 38 फीसदी से थोड़ा कम होकर 36 फीसदी हो गया है. 2019-21 में, शहरी क्षेत्रों (30%) की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों (37%) में बच्चों में स्टंटिंग अधिक आम है.