DESK : ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट मामले में सील बंद लिफाफे को लेने से कोर्ट ने इनकार कर दिया है। वहीं वायरल वीडियों के लीक मामले की जांच के लिए अगली तारीख 4 जुलाई निर्धारित की है। बता दें कि आम वादी पक्ष ने कमीशन की कार्रवाई से जुड़े फोटो वीडियो को जिला न्यायालय में सरेंडर करने के लिए पहुंचा था। महिलाओं ने कहा कि उनकी तरफ से किसी भी फोटो वीडियो को किसी को शेयर नहीं किया गया है। आखिर कैसे हर जगह चल रहा है।
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महिला ने बताया कि हम किसी भी आरोप से बचने के लिए आज न्यायालय में सर्वे की सभी रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे में कोर्ट में सरेंडर करना चाहते थे फिलहाल कोर्ट ने लिफाफा लेने से इनकार कर दिया है। दरअसल, ज्ञानवापी मामले में सर्वे का वीडियो भी वायरल हो गया। इस मामले के सामने आने के बाद हिंदू पक्ष ने इससे पल्ला झाड़ लिया है और दावा किया कि सर्वे के वीडियो को किसी ने वायरल कर दिया है।
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वहीं, हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि उन लोगों को जो लिफाफा मिला है, उसे अभी तक खोला नहीं गया है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि वीडियो कैसे लीक हो गया। उन्होंने कहा कि अब हम लोग अपने सभी लिफाफे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर देंगे। अब हम कोर्ट से इस बारे में शिकायत करेंगे। अदालत में शपथ पत्र देने के बाद हिंदू पक्ष की तरफ से वादी पक्ष की पांच में से चार महिलाओं को सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट की सीडी मिली थी। बताया जा रहा है कि शपथ पत्र नहीं देने के कारण दूसरे पक्ष को अभी रिपोर्ट या सीडी नहीं मिली है।