महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में कोरोना की वैक्सीन ही बचाव का सबसे कारगर उपाय है। केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन की यह मुहिम 50 करोड़ पार कर गई है। देश के 50 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज मिल गई है। वैक्सीनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। शनिवार तक उत्तर प्रदेश के पांच करोड़, 35 लाख, 93549 लोगों को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज दे दी गई है।
कोरोना रोनी वैक्सीनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र का नम्बर है। महाराष्ट्र में चार करोड़ 59 लाख से अधिक लोगों को इसकी डोज दी गई है। महाराष्ट्र दोनों डोज देने के मामले में देश में शीर्ष पर है। यहां पर एक करोड़ 71 लाख से अधिक लोगों को दोनों डोज दी गई है। तीसरे नम्बर पर गुजरात है, जहां के तीन करोड़ 50 लाख लोगों को यह वैक्सीन की गई है। इसके बाद राजस्थान व मध्य प्रदेश का नम्बर है।सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में समय-समय पर वैक्सीनेशन का महाअभियान भी चलाया जाता है। इसी कारण संख्या में लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है। यहां पर 82 लाख 42 हजार 205 लोगों को दोनों डोज लगे हैं। प्रदेश में 18 से 44 वर्ष उम्र के एक करोड़ से अधिक लोगों को कम से कम एक-एक डोज दी गई है। प्रदेश में 16 जनवरी से सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को इसकी डोज दी गई थी।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
इसके बाद वैक्सीनेशन उपलब्ध होने पर दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई। एक मार्च में उपलब्धता पर 60 वर्ष से ज्यादा और 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी वाले लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। प्रदेश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया। इसके बाद एक मई से 18 वर्ष से ऊपर वाले सभी लोगों को टीका लगाने की इजाजत दी गई। सरकारी केंद्रों पर सभी जगह वैक्सीनेशन मुफ्त में किया जा रहा है।