भाजपा की चुनावी रणनीति यही है कि सरकार और जनता के बीच संगठन सेतु बनकर काम करेगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, स्वामित्व योजना, आयुष्मान भारत योजना, स्ट्रीट वेंडरों के लिए आर्थिक मदद की योजना की उपलब्धियों को तथ्यों से सहित बताकर कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि इन योजनाओं के लाभ जनता को बताएं और आखिरी व्यक्ति तक को दिलाएं। हर व्यक्ति का टीकाकरण कराने की जिम्मेदारी भी कार्यकर्ताओं को दी है।
प्रधानमंत्री मोदी की तरह ही पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने भी योगी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि उत्त्तर प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था। मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान भी इसमें शामिल थे। बीमारू के ‘यू’ का मतलब उत्तर प्रदेश ही था। मगर, बीते चार वर्ष में योगी के नेतृत्व में यूपी ईज आफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर आ गया। वहीं, यूपी में बच्चा पैदा होता था तो एक ही शब्द जानता था कफ्यूज। मुजफ्फरनगर सहित कई दंगे जनता को याद हाेंगे, लेकिन चार वर्ष में यहां कोई दंगा नहीं हुआ। एक्सप्रेस और यूपी का कोई मेल नहीं था, लेकिन आज एक्सप्रेसवे वे बन रहे हैं, एयर कनेक्टिविटी मजबूत हो रही है। यूपी इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन रहा है।
दिल्ली के मंच पर केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय, स्मृति ईरानी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह थे। वहीं, प्रदेश मुख्यालय से अतिथियों का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने किया। मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी थे। संचालन प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर ने किया।