DESK : मध्यप्रदेश के सागर में एक भाई बहन की मौत से इतना आहत हुआ कि उसने बहन की जलती चिता पर लेटकर जान दे दी। बहन की मौत कुएं में गिरने से हुई थी. मौत की खबर मिलते ही 430 किलोमीटर दूर धार से उसका चचेरा भाई घर पहुंचा और सीधे श्मशान घाट जाकर जलती चिता को प्रणाम कर उस पर लेट गया। इससे उसका शरीर बुरी तरह झुलस गया इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने 36 घंटे बाद बहन की चिता के पास ही उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया।
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ज्योति का संस्कार गांव के पास ही श्मशान घाट पर किया गया। सभी लोग शाम 6 बजे तक गांव लौट आए। तक किसी ने भी करण को वहां नहीं देखा था। शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने ज्योति के चचेरे भाई 18 वर्षीय करण ठाकुर को देखा। करण ज्योति की चिता पर लेटा हुआ था। घटना की सूचना गांव भर में फैल गई। आनन फानन में करण को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वह झुलस चुका था और रास्ते में जाते जाते उसने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि ज्योति की मौत की सूचना जैसे ही धार में रह रहे चचेरे भाई करण ठाकुर (18) को लगी तो वह बाइक से सागर पहुंच गया था।
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करण की मौत के बाद उसका पीएम करवाकर पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद करण के मां-बाप मझगुवां पहुंचे। इसके बाद उनकी मौजूदगी में रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास ही करण का अंतिम संस्कार किया।