बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीता,प्रत्याशी राजरानी ने 48 वोट पाकर जीत अपने नाम दर्ज क
बाराबंकी के इतिहास में पहली बार बीजेपी बीजेपी प्रत्याशी राजरानी रावत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी की समर्थित उम्मीदवार नेहा आंनद को हराकर जीत अपने नाम दर्ज की।इससे जिले के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों बीजेपी के उम्मीदवार का नाम दर्ज हो गया।
जिले का दसको पुराना इतिहास रहा है कि यहां अभी तक कोई जिला पंचायत अध्यक्ष बीजेपी का नही बन पाया है लेकिन इस बार मामला कुछ अलग ही हो गया इस बार बीजेपी प्रत्याशी के रूप में निन्दूरा चतुर्थ से जिला पंचायत सदस्य के रूप में जीतकर आई पूर्व विधायक राजरानी रावत को सीट सुरक्षित होने के बाद जिले के नेतृत्व ने उनको उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था उसके बाद पार्टी के मौजूदा सांसद 57 सीटो वाली जिला पंचायत की कुर्सी पर राजरानी रावत की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद दावा किया था कि हमारी पार्टी का ही कंडीडेट इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेगा और हमारे पास में 44 जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन है जबकि उनके दावे में कुछ बढ़ोत्तरी हो गई जिसमें राजरानी को कुल 48 मत मिले और एक मत डबल क्रोस होने के कारण अमान्य हो गया वहीं राजरानी के सामने सपा की प्रत्याशी नेहा आनन्द को महज आठ मत ही प्राप्त हुए जिससे नेहा का हार का सामना करना पड़ा।बता दे कि सपा से दावेदार के रूप में उतरी नेहा आंनद को पूर्व कबीना मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने उतारा था लेकिन नेहा को हार का सामना करना पड़ा।
बाराबंकी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी की राजरानी रावत और सपा की नेहा आनंद के बीच कांटे की टक्कर थी. बीजेपी उम्मीदवार राजरानी रावत की बात करें तो वह बीजेपी की पूर्व विधायक हैं. राजरानी रावत को पुराना राजनीतिक अनुभव है. ऐसे में पार्टी की जीत में अनुभव काम आया. यही वजह है रही कि बीजेपी को अनुभव को तरजीह देना काम आया और राजरानी रावत ने जीत हासिल की.