DESK : सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के विरोध में लगातार चार दिनों तक हंगामे में डूबे बिहार में सोमवार को भारत बंद का जनजीवन पर कोई खास असर नहीं देखा जा रहा है।
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भारत बंद के मद्देनजर बिहार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। सभी संवेदनशील और प्रमुख स्थानों पर पुलिस की बड़ी संख्या में मौजूदगी के कारण बंद समर्थक भी सड़कों पर नहीं उतरे हैं। सिर्फ वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के कार्यकर्ता पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं। सड़कों पर आवागमन सामान्य है। कार्यालय और दुकानें भी खुली हुई है। राज्य में एहतियात के तौर पर ट्रेनों को रात्रि आठ बजे से सुबह चार बजे तक ही चलाने के निर्णय के कारण रेल यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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वहीं, राज्य के 22 जिलों में इंटरनेट सेवा पर लगी रोक को अगले 12 घंटे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। उधर पुलिस भी अब काफी मुस्तैदी से काम कर रही है। तोड़फोड़-आगजनी से संबंधित सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया में पोस्ट के आधार पर दोषियों की पहचान, प्राथमिकी तथा उपद्रवियों के फोटो पोस्टर जारी किए जाने और उनकी गिरफ्तारी की चल रही कार्रवाई के कारण पिछले चार दिनों तक उत्पात मचाने वाले प्रदर्शनकारी अब सड़क पर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।