कोलकाता। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज से दो दिनों के लिए पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने मिदनापुर के कॉलेज ग्राउंड में एक रैली को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल का वक्त अब बदलने वाला है।
टीएमसी पर कड़ा प्रहार करते हुए अमित शाह ने कहा कि भाजपा में जो लोग आज आ रहे हैं वो मां माटी मानुष के नारे के साथ निकले थें। लेकिन ममता दीदी की सरकार ने मां माटी मानुष के नारे को टोलबाजी, तुष्टीकरण और भतीजावाद में परिवर्तित कर दिया। इसके साथ ही शाह ने कहा कि ममता दीदी कहती हैं कि भाजपा दूसरे लोगों के लोगों को ले जाती है। मैं उन्हें कांग्रेस में अपने दिनों की याद दिलाना चाहता हूं। जब बंगाल के लोग बंगाल की स्थिति को बदलने के लिए भाजपा के साथ आ रहे हैं, तो वह चिंतित क्यों है?
5 साल में शोनार बांग्ला बनेगा- अमित शाह
अमित शाह ने अपने भाषण के अंत में लोगों से जय श्रीराम के नारे लगवाए और अमित शाह सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रण करवाया। अमित शाह ने कहा कि आपने बंगाल के 3 दशक कांग्रेस को दिए, 27 साल कम्यूनिस्टों को दिए, 10 साल ममता दीदी को दिया, अब आप 5 साल बीजेपी को दीजिए, हम आपके लिए शोनार बांग्ला बनाएंगे।
200 सीट के साथ बनेगी भाजपा की सरकार- शाह
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने मां, मानुष और माटी के नारे को भ्रष्टाचार, तोलाबाजी और भतीजावाद में बदल दिया है। अमित शाह ने ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भी टीएमसी के लोग कहते थे कि बीजेपी का खाता भी नहीं खुलेगा, लेकिन बीजेपी ने 18 सीटें जीतीं, अमित शाह ने कहा कि जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तो बीजेपी 200 से अधिक सीटों के साथ सरकार बनाएगी।
शाह के इस कार्यक्रम में सुवेंदु अधिकारी, जिन्होंने हाल ही में टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था वह भी मंच पर मौजूद हैं। सुवेंदु अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। हाल ही में, सुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। अमित शाह और सुवेन्दु अधिकारी ने पासीम मेदिनीपुर के कॉलेज ग्राउंड में आयोजित रैली में लोगों का अभिवादन किया।
इससे पहले अमित शाह महामाया मंदिर और सिद्धेश्वरी काली मंदिर पहुंचे और यहां पूजा-अर्चना की। इसके बाद अमित शाह, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष के साथ बेलीजुरी गांव में एक किसान के घर पहुंचे। वहां उन्होंने दोपहर का भोजन किया। भोजन से पहले उन्होंने महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस के घर जाकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।