DESK : शुक्रवार को पैगम्बर मोहम्मद के समर्थन में जिस तरह से मुस्लिम भीड़ ने झारखंड की राजधानी रांची और देश के दूसरे शहरों में उत्पात मचाया और हिंसा की। वहीं उनको रोकने के लिए जिस तरह पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, उसको लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई लोग इस दौरान पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि इस कार्रवाई का सही बता रहे हैं। ऐसे ही समर्थकों में शामिल हैं केरल के पूर्व डीजीपी एनसी अस्थाना। उन्होंने दंगाईयों को खूब खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का यही इलाज है।
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उन्होंने प्रयागराज की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ये किसी नृत्य प्रतोयोगिता की फोटो नहीं है, बल्कि बाकि ये वो डांस है जो पुलिस की लाठी पड़ने पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें उस दिन पर अफ़सोस है, जब पुलिस को पॉलीकार्बोनेट पाइप्स दिए गए।
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इसके बाद उन्होंने प्रयागराज पुलिस द्वारा दंगाइयों की पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अत्यंत ही मनोहारी दृश्य! सुन्दर, अतीव सुन्दर! हेकड़ी ऐसे ही निकलती है!” प्रयागराज में दंगाइयों की पुलिस द्वारा पिटाई के एक अन्य वीडियो को उन्होंने सुंदर दृश्य बताते हुए कहा कि जब पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं तो कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
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उन्होंने कहा, “मामला दर्ज होने के बावजूद विरोध प्रदर्शन पूर्णरूपेण गुंडागर्दी है। ये और कड़ाई से पीटे जाने के लायक हैं। पुलिस ने ठीक किया। और ठुकाई करनी थी। गुंडई का एक ही इलाज है – ठुकाई। तब तक ठुकाई, जब तक लोगों को उनकी औक़ात न समझ में आ जाए। जिस विषय पर क़ानूनी प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी हो, उस पर विरोध प्रदर्शन करने का न कोई अधिकार बनता है, न औचित्य।