गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर उन्हें आजाद देश में मिलने वाली सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराकर विकास की Uमुख्यधारा से जोड़ा है। योगी सरकार में राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद गोरखपुर वनटांगिया गांव पहली बार पंचायत चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाकर गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं। यानी पहली बार ग्राम प्रधान का चुनाव इस गांव में होने जा रहा है और पहली बार वोट डालने का अधिकार भी उनके हाथों में है।
4 साल पहले की बात करें तो वनटांगिया गांव राजस्व ग्राम के रूप में अभिलेखों में दर्ज नहीं किया गया था, जिसके कारण से सरकार की योजनाओं का भी उनसे कोई वास्ता नहीं था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनते ही एक पहल शुरू किया और राजस्व गांव बनाया, और सभी योजनाएं अब इन गांवों में दिखने लगी। गोरखपुर में पांच वनटांगिया गांव हैं, राजस्व ग्राम के निवासी के रूप में इन गांवों के वनटांगिया पहली बार पंचायत चुनाव में अपने गांव की सरकार सुनने जा रहे हैं। पिछले चुनाव में इन्हें वोट डालने को भले ही मौका मिला हो, लेकिन खुद का गांव राजस्व ग्राम न होने से गांव की सरकार से इनको कोई फायदा नहीं मिल पा रहा था। जिसका लाभ अब वह अपने गांव की सरकार बना कर उठा पाएंगे।
बता दें कि यूपी के सीएम योगी ने सरकार बनते ही बदली वनटांगिया गांवों की दशा और दिशा, पहले ही साल इन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाने के बाद उन्हें विकास की समस्त योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया। राजस्व ग्राम घोषित होते ही ये सभी ग्रामीण हर उस सुविधा के हकदार हो गए, जो सामान्य नागरिक को मिलती है। सीएम योगी के कार्यकाल में वनटांगिया गांव के लोगों को आंगनबाड़ी, बिजली, सड़क, आवास, पानी, स्कूल, केंद्र और आरओ वाटर मशीन जैसी सुविधाओं से आज पूरा गांव लाभ उठा रहा है। वनटांगिया गांवों में आज सभी के पास पक्का आवास, कृषि, राशनकार्ड, भूमि, रसोई गैस सभी कुछ उपलब्ध है। सभी वन टांगिया गांव के बच्चे स्कूलों में पढ़ रहे हैं, ग्रामीणों को उनके पात्रता के हिसाब से दिव्यांग,वृद्धा, विधवा, आदि सभी पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
रिपोर्ट- सचिन यादव