DESK : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो वर्ष पहले पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। दो दिन की जम्मू कश्मीर यात्रा पर गए रक्षा मंत्री ने गुरुवार को एक ट्वीट संदेश में कहा, ‘‘गलवान के नायकों को याद कर रहा हूं जिन्होंने देश के सम्मान की रक्षा के लिए बहादुरी के साथ लड़ते हुए 15 और 16 जून 2020 को सर्वोच्च बलिदान दिया। उनके साहस, बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा। मैं इन सभी बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
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उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पहले 15 और 16 जून की रात को गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच भीषण और हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए थे। झड़प के दौरान चीन के भी बड़ी संख्या में सैनिक हताहत हुए थे। दरअसल अप्रैल 2020 में चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगते क्षेत्रों में भारतीय सीमा में घुसकर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी जिसका भारतीय सैनिकों ने कड़ा विरोध किया।
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इसके बाद दोनों पक्षों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध उत्पन्न हो गया था। इसी दौरान 15 जून की रात दोनों सेनाओं के सैनिकों के बीच भीषण झड़प हुई। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य गतिरोध जारी है इसके समाधान के लिए दोनों पक्षों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है। इसके अलावा राजनयिक और राजनीतिक स्तर पर भी दोनों देशों ने बातचीत की है।