लोकसभा में ऐसा क्या कह गए चंद्रशेखर आजाद, भड़क उठी बीजेपी?
लोकसभा में चंद्रशेखर के भाषण ने सबको चौंका दिया,कहा कि हमारे देश में सामाजिक न्याय जब होगा जब जातिगत जनगणना होगी.

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यावाद प्रस्ताव पर सभी सांसदों को अपनी बात कऱने का मौका दिया जा रहा था लेकिन जब पहली बार नगीना से सांसद बने आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को मौका मिला तो उन्होनें अपने भाषण के सबको चौंका दिया। आसपा के एकलौते सांसद चंद्रशेखर ने सदन में अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि हमारे देश में सामाजिक न्याय जब होगा जब जातिगत जनगणना होगी, इसलिए जातिगत जनगणना होनी चाहिए। जब जनगणना होनी तो संख्या के आधार पर दलित और पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण बढ़ाया जाए।
चंद्रशेखर ने कहा कि दलित ओबीसी बच्चों के साथ स्कूल काँलिजों में हो रहे जातिगत भेदभाव पर ध्यान देना चाहिए। वहीं समाज की सेवा कर रहे सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेशन को बहाल किया जाए। रावण ने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा सबका साथ सबका विकास वाला भाजपा का वादा खोखला है, इस सरकार में मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ जो अत्याचार हुए हैं वो किसी से छिपे नहीं है वहीं रावण ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में निजि क्षेत्रों में रिजेर्वेशन देने का कोई उल्लेख नहीं है। रावण ने बताया 98 प्रतिशत प्राइवेट नौकरीयों और 2 प्रतिशत सरकारी है और 98 में भी हमारी हिस्सेदारी की बात होनी चाहिए । सेना मुद्दे पर भी चंद्रशेखर आजाद ने बात करते हुए कहा चीन हमें आँख दिखा रहा है , इसलिए अग्रनिवीर योजना को खत्म होना चाहिए और साथ ही साथ देश की सबसे बहादुर रेजिंमैंटों में से एक चमार रेजिमेंट को बहाल करने का काम सरकार करे.
आसपा अध्यक्ष ने मोदी के घेरते हुए कहा कि जितना सारे प्रधानमंत्रीयों ने आज तक मिलकर कर्ज लिया है, उतना खुद पीएम मोदी अकेले ले लिया और आज किसान को लाठी मिलती है कर्ज माफीा के नामं पर लेकिन धन्ना सेठो का सरकार ने 15 लाख करोड़ माफ किया है।