उत्तराखंड

हिमालयी क्षेत्रों तक पहुंचा कोरोना,  सांसद आदर्श गांव सूपी बना माइक्रो कंटोनमेंट जोन

कोरोना के मामलों को लगातार बढ़ते देख जिला प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों में बढ़ाया सैंपलिंग का दायरा

उत्तराखंड। राज्य के बागेश्वर जिले के हिमालयी क्षेत्र और सांसद आदर्श गांव सूपी को माइक्रो कंटोनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुये जिला प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों में सैंपलिंग का दायरा भी अब बढ़ा दिया है।

बागेश्वर जिले के अमरसरकोट, ढूंगापाटली, आरे सहित कपकोट तहसील के तमाम क्षेत्र ऐसे हैं जहां लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। कुछ विशेष क्षेत्रों में कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने पर प्रशासन हरकत में आया है। जिसे देखते हुये जिला प्रशासन ने ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां सैंपलिंग तेज करने के निर्देश दिये हैं। कोविड नोडल अधिकारी ने मामले को गंभीर मानते हुये संक्रमित क्षेत्रों की निगरानी बढ़ाने की योजना तैयार की है। मामले को गंभीर मानते हुये नोडल अधिकारी केएन तिवारी ने ऐसे क्षेत्रों के चिन्हिकरण के निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने बीआरसी और सीआरसी सहित ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को ऐसे मामलों की सूचना तत्काल कोविड सूचना केंद्र में देने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को रोकने के लिये ग्रामीण स्तर पर ठोस प्रयास किये जा रहे हैं।

वहीं, अगर पिछले एक सप्ताह के कोरोना के आंकड़ों पर गौर करें तो बागेश्वर जिले में लगभग एक दिन में 100 से अधिक कोविड संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जिसे देखते हुये जिला प्रशासन हरकत में आने लगा है। मौजूदा समय में 897 कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है। जिसमें 96 कोविड केयर सेंटर जबकि 801 मरीज डाक्टरों की निगरानी में होम आइसोलेट हैं। जिले में अब तक 44 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। जिले के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कपकोट तहसील के हिमालयी क्षेत्र सूपी गांव सहित जिला प्रशासन अब तक जिले में तीन क्षेत्रों को माइक्रो कंटोनमेंट जोन घोषित कर चुका है। इन क्षत्रों में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। कोविड के नोडल अधिकारी के.एन तिवारी के मुताबिक जिले के अलग-अलग क्षेत्रों की लगातार निरागनी की जा रही है। जहां लगातार मामले बढ़ते हुये नजर आ रहे हैं, उन्हें माइक्रो कंटोनमेंट जोन घोषित कर दिया जा रहा हैं।

रिपोर्ट- मनोज टंगणिया

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