नई दिल्ली। वीरता और सराहनीय योगदान के लिए 946 पुलिसकर्मियों को गणतंत्र दिवस पर पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। इसमें से दो राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित हुए हैं। झारखंड पुलिस के एएसआई बनुआ उरांव और CRPF के मोहन लाल को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है।
शौर्य के लिए पुलिस पदक यानी पीएमजी से 205 कर्मियों को नवाजा गया है। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से 89 कर्मियों को और उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से 650 कर्मियों को सम्मानित किया गया है।
शौर्य के लिए दिए गए 207 पदकों में से 137 पदक जम्मू और कश्मीर में वीरतापूर्ण कार्यों के लिए दिए गए हैं। 24 कर्मियों को ये पुरस्कार वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में शौर्य दिखाने के लिए दिया गया है। एक पुरस्कार पूर्वोत्तर क्षेत्र में वीरतापूर्ण कार्य के लिए दिया गया है।
शौर्य के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किए गए कर्मियों में से 68 सीआरपीएफ के जबकि 52 जम्मू- कश्मीर पुलिस के कर्मी हैं। इसी तरह इनमें बीएसएफ के 20, दिल्ली पुलिस के 17, महाराष्ट्र पुलिस के 13, छत्तीसगढ़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के 8-8 कर्मी शामिल हैं।