DESK: अडानी ग्रुप की अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ), भारत की सबसे बड़ी पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स कंपनी है. सोमवार को APSEZ को गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (GPL) में शेष 58.1% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए व्यवस्था की समग्र योजना के तहत NCLT अहमदाबाद और NCLT हैदराबाद से मंजूरी मिल गई है. इस हिस्सेदारी की खरीद के साथ ही GPL APSEZ की 100% हिस्सेदारी वाली सहायक कंपनी बन जाएगी.
इस अवसर पर APSEZ के CEO और पूर्णकालिक निदेशक करण अडानी ने कहा, “जीपीएल का अधिग्रहण भारत की सबसे बड़ी परिवहन उपयोगिता के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करने और पूर्वी एवं पश्चिमी तट में समानता प्राप्त करने में एक बेहद महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. गंगावरम पोर्ट में उत्कृष्ट रेल और सड़क नेटवर्क कनेक्टिविटी है और यह आठ राज्यों में फैले भीतरी इलाकों का व्यापार प्रवेश द्वार है. हाल ही में एक कंटेनर हैंडलिंग टर्मिनल को जोड़ने से हमें कार्गो वॉल्यूम के अपने विकास में तेजी लाने में मदद मिलेगी.
गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (GPL) के अधिग्रहण की कीमत लगभग 6,200 करोड़ रुपये (517 मिलियन शेयर @ 120 रुपये / शेयर) है. APSEZ ने पहले ही वित्त वर्ष 2012 के दौरान वारबर्ग पिंक्स से कंपनी में 31.5% और आंध्र प्रदेश सरकार से 10.4% की हिस्सेदारी हासिल कर ली थी. बहरहाल, आगे APSEZ की योजना, डीवीएस राजू एंड फॅमिली से 58.1% हिस्सेदारी का अधिग्रहण एक शेयर स्वैप व्यवस्था के माध्यम से हांसिल करने की होगी और इसके परिणामस्वरूप पूर्ववर्ती GPL प्रमोटरों को लगभग 47.7 मिलियन APSEZ शेयर जारी किए जाएंगे.