अखिलेश और राहुल पुछेंगे सवाल, तेजस्वी यादव दे पाएंगे जवाब ?
नीट पेपर लीक का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है इतने खुलासे होने के बाद भी पेपर लीक की गुथ्थी सुलझ नहीं रही है
नीट पेपर लीक का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है इतने खुलासे होने के बाद भी पेपर लीक की गुथ्थी सुलझ नहीं रही है एक तरह जहां इंडिया गठबंधन नीट पेपर लीक को लेकर मोदी सरकार को घेरती आ रही है वहीं अब नीट पेपर लीक के मामले में एक और नया और बड़ा खुलासा हुआ है जिसने बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है,
तेजस्वी यादव के PS पर आरोप लगा है की नीट पेपर के घोटाले में उनका हाथ है, जिसके बाद सवाल . खड़ा होता है कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी तेजस्वी यादव से भी सवाल करेंगे.. क्योंकि उनके पर्सनल सेक्टरी पर गंभीर आरोप लगे हैं. वैसे तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन का हिस्सा है और फिलहाल कांग्रेस पार्टी के पॉलिटिकल पार्टनर है इसलिए राहुल गांधी, तेजस्वी को लेकर कुछ कहेंगे ये तो होता नहीं दिखता है. उधर गंभीर आरोप लगने के बाद तेजस्वी यादव का क्या कहना है चलिए बताते है.
नीट पेपर लीक कांड के आरोपित अभ्यर्थियों को रुकने के लिए NHAI गेस्ट हाउस बुकिंग मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्टरी प्रीतम कुमार का नाम सामने आने के बाद और इन आरोपों से घिरने के बाद तेजस्वी यादव ने पहली बार इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस मामले पर गंभीर आरोप लगाए थे.
तेजस्वी यादव ने अपने PS का नाम सामने आने के सवाल पर कहा कि मैं खुद कहता हूं कि जांच के लिए उसे बुला लें और पूछताछ कर लें. सरकार और जांच एजेंसियां उनकी ही है. इओयू ने ऐसा कुछ आजतक नहीं कहा है लेकिन उपमुख्यमंत्री ऐसा कह रहे हैं. ये जिस इंजीनियर की बात कर रहे हैं उसे यही लोग जल संसाधन विभाग से अरबन डवलपमेंट में लाए थे. ये लोग पेपर लीक के किंगपिन से इशू को डायवर्ट कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने मामले को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमित आनंद और नीतीश कुमार कौन है. इनको ये लोग क्यों बचाना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि दोषी कोई भी हो उसे गिरफ्तार किजिए और पूछताछ किजिए. हमें कोई दिक्कत नहीं है. तेजस्वी ने कहा कि जो मामला है उसका आज या कल सब पता चल जाएगा. जो लोग मेरा नाम या मेरे पीए का नाम घसीटना चाह रहे हैं, उससे कोई फायदा नहीं है. तेजस्वी ने कहा कि जिस इंजीनियर की बात ये कर रहे हैं वो लाभार्थी हो सकता है लेकिन पेपर लीक का मास्टरमाइंड तो अमित आनंद और नीतीश कुमार है. कार्रवाई उसपर करनी चाहिए. बीपीएससी शिक्षक पेपर लीक मामले में लिप्त अपराधी तो बिना जेल गए ही बेल करा लिए.