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भारत v/s इंडिया पर गौरब तनेजा v/s धुव्र राठी ?

धुव्र राठी अपनी विडियो के चलते हमेशा चार्चा में रहते है लेकिन अब कॉन्ट्रोवर्सी के कारण सोशल मीडिया पर फजीहत करा रहें है

धुव्र राठी अपनी विडियो के चलते हमेशा चार्चा में रहते है लेकिन अब कॉन्ट्रोवर्सी के कारण सोशल मीडिया पर फजीहत करा रहें है क्योंकि मशहूर यूट्यूबर गौरब तनेजा धुव्र राठी से सोशल मीडिया पर भीड़ गए है दोनों में जुवानी जंग तेज हो गई है. लेकिन ये कॉन्ट्रोवर्सी क्यों और कहा से शुरू हुई है.

दहरहसल भारत बनाम इंडिया को लेकर लंबे समय से हमारे देश में बहस चली आ रही कुछ लोग भारत नाम चाहते तो कुछ लोग इंडिया नाम और इसी कराण अकसर सोशल मीडिया पर बहस देखी जाती है लोग अपने अपने तर्क रखते रहते है अभी हाल ही में 18 जून को न्यूज़ एजेंसी ANI ने X पर एक पोस्ट किया कि ‘NCERT की कमेटी ने सिफारिश की है कि स्कूल की सभी किताबों में ‘भारत’ लिख दिया जाना चाहिए अब सद्गुरु के नाम से प्रसिद्ध जगदीश वासुदेव (जग्गी वासुदेव) ने इस पोस्ट को रीपोस्ट किया. उन्होंने इस बात का समर्थन किया और NCERT को बधाई भी दे दी.

आध्यात्मिक गुरु जगदीश वासुदेव ने इंडिया बनाम भारत बहस पर अपने विचार साझा किए उन्होंने अक्टूबर 2023 की एक पोस्ट को फिर से शेयर किया, जिसमें NCERT समिति की पुस्तकों में इंडिया की जगह भारत रखने की प्रारंभिक अनुशंसा की घोषणा की गई थी उन्होंने लोगों से अपने दैनिक बोलचाल में इंडिया की जगह भारत का उपयोग करने का आग्रह किया, जिसे उन्होंने ब्रिटिश शासन से जोड़ा उन्होंने यह भी लिखा कि “इंडिया” शब्द का “कोई अर्थ नहीं है” ईशा फाउंडेशन के संस्थापक ने निष्कर्ष निकाला, “युवा पीढ़ी को यह जानना चाहिए कि भारत का अस्तित्व भारत के जन्म से बहुत पहले से था” 18 जून को शेयर किए जाने के बाद से इस पोस्ट को 1.5 मिलियन से अधिक बार देखा गया

जिसके बाद जगदीश वासुदेव की टिप्पणी के जवाब में यूट्यूबर ध्रुव राठी ने टिप्पणी की, “क्या आप अपना भारत विरोधी एजेंडा रोक सकते हैं, श्री जगदीश वासुदेव? सभी जानते हैं कि हमारे संविधान में इंडिया और भारत दोनों लिखा है, लेकिन सिर्फ़ राजनीति के लिए आप फूट डालो और राज करो का गंदा खेल खेल रहे हैं

अब ये बात गौरब तनेजा को सहन नहीं हुई उन्होने धुव्र राठी को जबाब देते हुए लिखा.. लोग इंटरनेट पर अलग-अलग राय क्यों नहीं रख सकते? कुछ विदेशी लोग इंटरनेट के सारे कंटेंट पर कंट्रोल क्यों करना चाहते हैं

इसके बाद धुव्र राठी ने भी गौरब तनेजा को जबाब देते हुआ लिखा की.

कोई भी विवाद आपके डूबते करियर को नहीं बचा सकता गौरव, यहां तक ​​कि ड्रामा करने के लिए आपके बच्चों के शोषण भी नहीं. आपको इसके लिए अच्छा कॉन्टेंट बनाना होगा. अगर आपको मदद की ज़रूरत है तो मैं आपको अपना YouTube ब्लूप्रिंट कोर्स बता सकता हूं

गौरव तनेजा ने फिर ध्रुव राठी की पोस्ट का जवाब दिया और हिंदी में कहा, “ईमानदारी से कमाई गई रोटी का मजा तुम्हें कैसे पता होगा भाई?”

यानी गौरब ने सीधे तौर पर नहीं पर धुव्र राठी पर इशारे में आरोप लगा ही दिया

लेकिन अब  सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ विवाद और बढ़ सकता है क्योंकि यूट्यूबर्स सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की टिप्पणियों का जवाब देना जारी रखते हैं और बीच में सर्मथक बन और कर और यूजर्रस भी आ जाते है ..

मगर आप को जानकी के लिए बता देते है की इधर, NCERT प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी ने साफ कहा है कि ‘भारत बनाम इंडिया’ इन शब्दों पर बहस बेकार है, क्योंकि संविधान दोनों को बरकरार रखता है. उन्होंने आगे कहा कि एनसीईआरटी को अपनी नई किताबों में ‘भारत’ या ‘इंडिया’ का इस्तेमाल करने से कोई परहेज नहीं है

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