15 दिनों में वन भूमि पर अवैध रूप से किए गए ओबी डंप को हटाने के निर्देश

जिला स्तरीय समिति के द्वारा की गई वन भूमि पर अवैध रूप से किए गए ओबी डंप की जांच
धनबाद : उपयुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन के द्वारा वन भूमि पर किए गए ओबी डंप के मामले की जांच के लिए बनाई गई समिति ने सोमवार को सुरंगा के गोल्डन पहाड़ी और पहाड़ीगोरा ओबी डंप के ऊपर जाकर मामले की जांच की।जांच में यह तथ्य सही पाया गया कि बीसीसीएल एवं उसकी अनुषंगी इकाई देवप्रभा कंपनी के द्वारा जानबूझकर वन भूमि पर ओबी डंप की गई हैं।
समिति की अध्यक्षता कर रहे हैं एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पीयूष सिन्हा ने बीसीसीएल के जीएम लोदना एरिया से बारीकी से सभी सवाल पूछे।जीएम लोदना एरिया के द्वारा सवालों के जवाब देने में असमर्थता जताई गई साथ ही सभी सवालों के जवाब टालमटोल करते रहे।समिति के सदस्य के रूप में अपर समाहर्ता विनोद कुमार ने बीसीसीएल को नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपका व्यवहार सरकारी विभाग के कार्यप्रणाली से मेल नहीं खाता है। आपके कार्य प्रणाली से ग्रामीणों में आक्रोश और गुस्सा है।वही आपके द्वारा वन विभाग की भूमि पर ओबी डंप किया और जंगलों को नष्ट किया है।मौके पर उपस्थित डीएमओ के द्वारा बताया कि यह जानबूझकर बीसीसीएल के द्वारा की गई लापरवाही है।
जांच दल का नेतृत्व कर रहे एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पीयूष सिन्हा ने मौके पर उपस्थित कंपनी के प्रतिनिधि एवं जीएम बीसीसीएल लोदना एरिया को 15 दिनों के अंदर ओबी हटाकर प्रतिवेदन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि आपका यह कृत्य सरकारी अधिकारी के अनुकूल नहीं है।जरूरत पड़ने पर आपके विरुद्ध भी भारत सरकार को प्रतिवेदित किया जाएगा।
मौके पर उपस्थित अंचल अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बीसीसीएल के द्वारा 120 एकड़ अनाबाद जमीन, 65 एकड़ वन विभाग की जमीन और सैकड़ो एकड़ रैयतों की जमीन पर जबरन ओबी डंप किए हुए हैं।उन्होंने बताया कि पूर्व में एक पत्र बीसीसीएल के द्वारा देवप्रभा कंपनी को लिखा गया था, जिसमें यह स्पष्ट था कि संबंधित खाता प्लॉट वन विभाग की भूमि है उस तरफ आप ओबी डंप नहीं करें और आज बीसीसीएल कंपनी को बचाने में लगी हुई है ,लेकिन दोषी किसी भी हाल में बख़्शे नहीं जाएंगे। 120 एकड़ अनाबाद जमीन पर भी आदेश अंतिम स्थिति में है।जल्द ही संबंधित पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।