6 फरवरी को होगा चक्का जाम, किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
26 जनवरी की घटना के बाद सोशल मीड़िया पर तो अलग ही समर्थक व विरोधियों का गुट बन गए है। कुछ लोग किसानों के समर्थन में है, तो कुछ लोग किसानों के विरोध में है, मगर मुद्दा सभी का एक ही है वो है किसान और सरकार।
देश में किसान आंदोलन की लहर छाई हुई है। किसानों के साथ-साथ देश के अन्य लोग भी किसान आंदेलन का समर्थन कर रहें है। इतना ही नहीं 26 जनवरी की घटना के बाद सोशल मीड़िया पर तो अलग ही समर्थक व विरोधियों का गुट बन गए है। कुछ लोग किसानों के समर्थन में है, तो कुछ लोग किसानों के विरोध में है, मगर मुद्दा सभी का एक ही है वो है किसान और सरकार।
बता दें किसान आंदोलन की छाप भारत के साथ-साथ विदेश में भी छाई हुई है। विदेश में रह रहे भारती व विदेशी खुद इस मुद्दे में दिलचस्पी लेते दिख रहे है। 26 जनवरी की घटना के बाद लग रहा था की शायद अब किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा और दिल्ली की सीमाओं पर माहौल पहले की तरह बन जाएगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ किसानों का हौसला शुरुआत में जरा डगमगाता नजर तो आया मगर, फिर से किसानों ने मशाल हाथ में थाम कर एक दूसरे का हौसला बढ़ाया और फिर पहले से भी ज्यादा जोश के साथ अपनी मांग को लेकर आंदोलन पर बैठे रहे।
बता दें, किसानों ने यह ऐलान किया था की अगर सरकार नें हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो हम रोड़ ब्लोक कर भारत बंद करेंगे और केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसानों के अंदर जगे आकरोश से हम यह अंदाजा लगा सकते है की 6 फरवरी को होने वाला प्रदर्शन अलग स्तर पर होगा।