राज्यसभा में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गिनाए कृषि कानूनों के फायदे
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पूछा- कृषि कानून में खराबी कहां है ?
नई दिल्ली। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 15 घंटे तक चली मैराथन बहस खत्म हो गई। तीन दिन तक चली चर्चा के केंद्र में देश के किसान रहे। जिसमें विपक्ष ने कृषि कानूनों को वापस लेने की बात की तो सत्ता पक्ष ने सिलसिलेवार तरीके से विपक्ष की आशांकाओं को खारिज कर दिया। सत्तापक्ष की तरफ से मोर्चा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संभाला और कहा कि कृषि कानून में खराबी कहां है।
कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार किसानों की हर शंका को दूर करने के लिए तैयार है। कृषि मंत्री ने सदन में विपक्ष पर चुटकी ली और कहा कि विरोध सब कर रहे हैं लेकिन कोई बता नहीं पा रहा कि आखिर खामी क्या है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अनेक विपक्षी पार्टियों ने किसानों के लिये अपनी प्रतिबद्दता दिखाने की कोशिश की। चर्चा में सभी दलों का प्रतिनिधित्व हो सके, इसके लिये आसन ने पूरा ख्याल रखा, इसलिए सदन की कार्यवाही को आधे घण्टे के लिए बढ़ाया गया। जिस तरह से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में चर्चा हुई है, उम्मीद है आगे भी विपक्ष इसी तरह सत्ता पक्ष के साथ सहयोग करेगा।