आगरा। जिले में बुधवार शाम एक दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया। खंदौली के गांव नहर्रा में दो भाइयों के बीच आलू खुदाई का विवाद सुलझाने पहुंचे दारोगा प्रशांत कुमार यादव (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिपाही चंद्रसेन के साथ दारोगा मौके पर पहुंचे थे।
वारदात के बाद सिपाही ने हमलावर को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह धक्का मारकर फरार हो गया। दारोगा की हत्या की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एडीजी जोन राजीव कृष्ण, आईजी रेंज ए सतीश गणेश, एसएसपी बब्लू कुमार मौके पर पहुंच गए। आरोपी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पुलिस के अनुसार गांव नहर्रा निवासी विजय सिंह पहलवान के दो बेटे हैं। विजय सिंह ने अपनी पत्नी को छोड़ रखा है। बड़ा बेटा शिवनाथ उनके साथ रहता है। छोटा बेटा विश्वनाथ मां के साथ रहता है। खेत के तीन हिस्से हुए हैं। एक हिस्सा विजय सिंह ने अपने पास रखा था। बड़े भाई शिवनाथ ने उसमें आलू की फसल लगा रखी थी।
बुधवार को आलू की खुदाई को लेकर विवाद हो गया। छोटे बेटे विश्वनाथ ने यह कहा कि पिता के हिस्से का आधा आलू मां को मिलेगा। सुबह से इस बात पर दोनों भाइयों के बीच विवाद चल रहा था। आलू की खुदाई हो गई थी। पूरा आलू बड़े भाई शिवनाथ को मिलना था। क्योंकि उसने ही फसल बोई थी।
दरोगा के सामने ही तमंचा लहराने लगा छोटा भाई
विवाद की सूचना मिलने पर खंदौली थाने से दरोगा प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन खेत पर पहुंचे। इस दौरान छोटा भाई विश्वनाथ तमंचा लहराते हुए मजदूरों को धमका रहा था। विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देख दरोगा ने साहस दिखाते हुए पीछा कर उसे दबोचने का प्रयास किया। जिस पर वह खेत में भागने लगा। दरोगा प्रशांत कुमार ने पीछा बंद नहीं किया तो उसने तमंचे से गोली चला दी। गोली दारोगा की गर्दन में लगी।
गोली चलते ही खेत पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर थाने से फोर्स पहुंच गई। लहूलुहान हालत में दरोगा प्रशांत कुमार को अस्पताल ले जाया गया। तब तक देर हो चुकी थी। एसएसपी बब्लू कुमार के अनुसार घटना बड़ी गंभीर और हिला देने वाली है। पुलिस हत्यारोपी को तलाश रही है। वह मौके से भाग गया था। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।