देश में शुरु हुआ वैक्सीनेशन का कार्यक्रम, AIIMS के डायरेक्टर गुलेरिया ने लगवाया कोरोना का टीका
दिल्ली स्थित एम्स से देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। देश में सबसे पहला टीका एम्स के सैनिटेशन डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी मनीष कुमार को लगाया गया। इसके साथ ही मनीष कुमार कोरोना का वैक्सीन लेने वाले देश के पहले नागरिक बन गए हैं।
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण आज से पूरे देश में शुरू हो गया है। वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही सभी आशंकाओं, अफवाहों और भ्रम पर अब रोक लग चुकी है, क्योंकि दिल्ली के एम्स डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने खुद कोरोना की वैक्सीन की खुराक ले ली है। पीएम मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है। दिल्ली के एम्स में कोरोना वायरस का पहला टीका लगाया जा चुका है।
#WATCH | AIIMS Director Dr Randeep Guleria receives COVID-19 vaccine shot at AIIMS, Delhi. pic.twitter.com/GFvZ2lgfj3
— ANI (@ANI) January 16, 2021
बता दें कि डॉक्टर गुलेरिया देश के टॉप चिकित्सा विशेषज्ञ हैं और वैक्सीन लगवाकर इससे जुड़ी सभी तरह की आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया है। वहीं दिल्ली के एस्म के एक सैनिटेशन कर्मचारी को वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया। बता दें कि डॉ रणदीप गुलेरिया वैक्सीन लेने वाले तीसरे व्यक्ति बन गए हैं। वहीं डॉ. गुलेरिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई।
कोरोना टीका लगने के बाद बोले गुलेरिया
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि हमने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया है और हमें पूरा विश्वास है कि यह एक सुगम कार्यक्रम होगा और हम बहुत बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण कर सकेंगे। यह अंत की शुरुआत है जहां तक महामारी का संबंध है। उन्होंने कहा कि मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि टीका सुरक्षित है। यह प्रभावोत्पादक है। हमें बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण करना है और इसलिए हम बहुत अधिक अस्थिर नहीं हो सकते हैं। हमें अपने शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और नियामक अधिकारियों में विश्वास होना चाहिए।
AIIMS में लगी पहली वैक्सीन
दिल्ली स्थित एम्स से देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। देश में सबसे पहला टीका एम्स के सैनिटेशन डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी मनीष कुमार को लगाया गया। इसके साथ ही मनीष कुमार कोरोना का वैक्सीन लेने वाले देश के पहले नागरिक बन गए हैं।