नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को आसियान इंडिया हैकथॉन के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत और आसियान के संबंधों को और मज़बूत करते हुए शिक्षा मंत्रालय ने आज आसियान-इंडिया हैकथॉन का शुभारंभ किया है।
उन्होंने कहा कि 2019 में सिंगापुर इंडिया हैकथॉन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान देशों के साथ हैकथॉन आयोजित करने की इच्छा जाहिर की थी। यह हैकथॉन, भारत और आसियान देशों को “नीली अर्थव्यवस्था” और “शिक्षा” के दो व्यापक विषयों के तहत उनकी साझा चुनौतियों को हल करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा। साथ ही शिक्षा एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग के माध्यम से आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का अवसर भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह हैकथॉन हमारी सभ्यता के छह मौलिक गुणों सम्मान, संवाद, सहयोग, शांति, समृद्धि और नवाचार को प्रकट करता है।
निसंक ने कहा कि भारत-आसियान संबंधों की नींव साझा मान्यताओं, धर्म और संस्कृति में है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सबसे बड़े लोकतांत्रिक और जनसांख्यिकीय देश होने के नाते आसियान समुदाय का नेतृत्व करना, भारत की नैतिक जिम्मेदारी है। इस संदर्भ में उन्होंने उल्लेख किया कि भारत कोविड वैक्सीन प्रदान करके आसियान देशों को समर्थन दे रहा है। मजबूत शैक्षणिक और अनुसंधान संबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि कई भारतीय विश्वविद्यालयों जैसे आईआईटी-दिल्ली और तेजपुर विश्वविद्यालय में आसियान देशों के छात्र पढ़ाई करते हैं। भारत सरकार ने विशेष रूप से आसियान नागरिकों के लिए 1000 आसियान पीएचडी फैलोशिप की भी शुरूआत की है।
बता दें कि आसियान-इंडिया हैकथॉन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर शिक्षा मंत्रालय की पहल है। आसियान-इंडिया हैकथॉन 1 -3 फरवरी, 2021 तक ऑनलाइन आयोजित किया जा रहा है। पुरस्कार वितरण 4 फरवरी, 2021 को होगा। यह अनूठा हैकथॉन, सभी 10 आसियान देशों और भारत के लिए शिक्षा एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग से आपसी आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।