खतरे में है आतिशी की जान,नहीं सुन रहा कोई, पीएम मोदी को लिखेंगे पत्र, आम आदमी पार्टी के नेता पहले ही कई किस्सों से घिरे पड़े है फिर चाहे तिहाड़ जेल हो, हो या शराब घोटाला, और अब तो पानी भी दिल्ली सरकार के गले की फांस, दिल्ली वालों का गला पानी के बिना सुखा जा रहा है, सरकार की मंत्री आतीशी अनशन पर बैठी तो 5 दिन में ही अनशन खत्म करना पड़ा. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बयान दिया की आतीशी की अनशन से आतीशी की तबियत खराब हो रही थी इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. संजय सिंह ने बोला कि डॉक्टरों ने साफ कहा है कि अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो उनकी जान पर खतरा हो सकता है। ऐसे में उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी नेताओं ने विचार विमर्श कर उनके अनशन को भी खत्म करने का फैसला किया।
आतिशी दिल्ली के जल संकट को लेकर 5 दिनों से अनशन पर बैठी थीं। इस दौरान लगातार उनके शुगर लेवल और बीपी की जांच की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सोमवार रात उनका शुगर लेवल गिरकर 36 तक पहुंच गया जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। संजय सिंह ने बताया कि डॉक्टर लगातार आतिशी का चेकअप कर रहे थे।
उनकी बिगड़ती तबीयत को देखते हुए डॉक्टर उन्हें अनशन खत्म करने की सलाह भी दे रहे थे। सोमवार रात को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ना शुरू गई। उनका शुगर लेवल 36 जाने पर डॉक्टरों ने कहा कि अगर अब आतिशी को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। ऐसे में विचार विमर्श कर उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह फिलहाल आईसीयू में हैं। संजय सिंह ने कहा कि इसी के साथ हमने अनशन पर भी विराम लगाने का फैसला किया है लेकिन जल संकट को लेकर लड़ाई जारी रहेगी।
संजय सिंह ने कहा कि जल संकट को लेकर आम आदमी पार्टी एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखेगी और इस समस्या को जल्द सुलझाने की और दिल्ली के हक का पानी दिलवाने की अपील करेंगी। उन्होंने कहा, इस बीच हमारा एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल वीके सक्सेना से भी मिला था और उनसे कहा कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात कर इस समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने में मदद करें। इसके बाद उन्होंने उसी दिन शाम 4 बजे हरियाणा के सीएम से बात की और आश्वस्त किया दिल्ली को पानी मिलेगा। ऐसे में इन सब स्थितियों को देखते हुए अनशन की लड़ाई खत्म की जा रही है लेकिन सभी विपक्षियों को लामबंद कर संसद में पानी के मुद्दे को उठाया जाएगा।