चुनाव से पहले विपक्ष को जवाब देगी भाजपा, केंद्र के फैसलों और किसानों के मुद्दे पर करेगी बैठकें
राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पारित प्रस्ताव को अब हर राज्य के पदाधिकारियों की बैठक के साथ जिला व मंडल स्तर की बैठकों में पारित कर उन पर अमल सुनिश्चित किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र सरकार के बड़े फैसलों, किसानों के मुद्दों व आम बजट को जनता तक पहुंचाने के लिए अपनी सभी इकाइयों को सक्रिय करने जा रही है। राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पारित प्रस्ताव को अब हर राज्य के पदाधिकारियों की बैठक के साथ जिला व मंडल स्तर की बैठकों में पारित कर उन पर अमल सुनिश्चित किया जाएगा। यह काम एक महीने के भीतर कर लिया जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की रविवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद सभी राज्यों को 15 दिन के भीतर अपने यहां ऐसी बैठकें कर केंद्रीय प्रस्ताव को पारित कर लिए गए फैसलों पर अमल करना होगा। राज्यों के साथ हर जिले व मंडल स्तर तक ऐसी बैठकें होंगी। सूत्रों के अनुसार, पार्टी का सबसे ज्यादा जोर किसानों के मुद्दे पर रहेगा और उसकी कोशिश इस पर देश भर में लोगों को यह बताना होगा कि केंद्र सरकार के तीनों कानून कृषि सुधारों के साथ किसानों को ज्यादा लाभ दिलाने वाले हैं और उनसे कोई नुकसान नहीं है।
भाजपा इससे पांच विधानसभाओं के चुनावों में तो विपक्षी आरोपों का जबाब देगी ही, लेकिन उसकी तैयारी आने वाले समय में अन्य राज्यों पर भी है, जहां विधानसभा समेत विभिन्न स्तरों के चुनाव होने हैं। इनमें सबसे अहम उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के साल भर बाद होने वाले विधानसभा चुनाव है, जहां पर भाजपा की सरकारें हैं। इन राज्यों के एक हिस्से के किसान आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और माहौल भाजपा के खिलाफ बनने का खतरा है।