हाथरस के सिकंदराराउ में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान हुए हादसे को लेकर अब तरह तरह के अनुयाई सामने आ रहे हैं, जिनमें कुछ अनुयाईयों के द्वारा बाबा को जेल भेजने की बात कही तो वहीं कुछ अनुयाई ऐसे निकल कर सामने आ रहे हैं जो बाबा के लिए मौत और जिंदगी का सौदा करने की बात कर रहे हैं साफ तौर पर इन अनुयाईयों के द्वारा कैमरे के सामने मौजूद प्रशासन को धमकी दे डाली है इन अनुयाईयों का कहना है अगर बाबा की गिरफ्तारी हुई तो वह मार काट करने से पीछे नहीं हटेंगे बाबा के अनुयाईयों की बात सुनकर हर कोई दंग रह जाएगा जहां एक ओर पुलिस प्रशासन लगातार जांच पड़ताल में जुटी हुई है अब तक हाथरस हादसे में 123 लोगों की जान जाचुकी है,लगभग 150 से ज्यादा लोग घायल हो चुके है,सत्संग के मुख्य आरोपी व अन्य 6 लोगों को पुलिस के द्वारा पहले ही जेल भेजा जा चुका है बताया जाता है,
अलीगढ में मौजूद बाबा के इन अनुयाईयों के द्वारा अपनी कीमती जमीन को भी बाबा के आश्रम के नाम कर दिया अब यह अनुयाई बाबा के सत्संग हादसे में नाम आने की बात सुनते ही भड़क गए इन अनुयाईयों पर रहा नहीं गया इन अनुयाईयों के द्वारा खुला अल्टीमेटम मौजूदा सरकार व पुलिस प्रशासन को दे डाला खुला चैलेंज में साफ तौर पर कहा गया है अगर बाबा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की गई तो वह किसी भी तरह की घटना कर सकते हैं इस बयान के बाद सियासी गलियारों में भी हलचल पैदा हो गई है खुफिया विभाग भी पूरे तरीके से अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है लेकिन अब सब की निगाह इन लोगों के ऊपर आ पहुंची है जो लगातार अन्य अनुयाईयों से भी इस सूचना को फैला सकते हैं जिससे बाबा के अन्य अनुयाईयों में भी इसका असर देखने को मिल सकता है,
कहाँ के रहने वाले है ये अनुयाई
दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके के नगला मानसिंह का है जहां का रहने वाला एक परिवार बाबा को पूरी तरीके से समर्पित है तो वहीं दूसरा सहयोगी परिवार भी बाबा के गुण गाता हुआ नजर आ रहा है इन दो परिवारों के द्वारा मिलजुल कर बाबा के आश्रम के लिए 1600 वर्ग गज जमीन दान में दी थी, इनके द्वारा अपने घर से लेकर बाबा को दिए गए आश्रम तक जान न्योछावर करने की बात कही है इन दोनों का कहना है बाबा इस आश्रम पर आ चुके हैं पहले कई बार बाबा आश्रम पर आ चुके हैं और सत्संग भी कर चुके हैं बाबा पर भगदड़ के जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत है, नगला मानसिंह निवासी अनुयायी मनोज कुमार और राजवीर सिंह सत्संग के लिए 1600 ग़ज़ जमीन दान में दी थी सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि के आश्रम को ज़मीन देने वाले उनके अनुयायियों ने बताया कि अब भी हम बाबा के अनुयायी हैं और अंत तक उनके अनुयायी रहेंगे,हाथरस मामले में बाबा की कोई गलती नहीं है,अगर उनके विरुद्ध कुछ होता है तो हम लोग सड़कों पर उतर आएंगे,बाबा चमत्कारिक हैं,,उन्होंने हमारे जीवन में बहुत परिवर्तन किया है.वह पिछले 20 व 24 सालों से नारायण साकार हरि से जुड़े हुए हैं उनके अनुयायी अपने घर व अपने प्रतिष्ठानों पर नारायण साकार हरि के नाम से बोर्ड लगा रखे हैं,जिसे हम दिल जान से चाहते है अगर वो गिरफ्तार हुए तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन और मारकाट भी कर सकते है,जिसको लेकर बाबा के अनुयाई राजवीर सिंह गोलाजी ने बड़ी चेतावनी भी दी है
इस चेतावनी के बाद अब सियासी कल्याण में हलचल पैदा हो गई है हर कोई इन दोनों परिवार की ओर निगाहें लगा कर देखता हुआ नजर आरहा है इन दोनों परिवारों के द्वारा बड़े दावे भी किये है उनका कहना है बाबा यहां इस सत्संग पर आते हैं और उनके सपने में भी लगातार आ रहे हैं।