Delhi Kanjhawala Accident Case: दिल्ली के कंझावला केस के आरोपियों को रोहिणी कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. रोहिणी कोर्ट ने सभी छह आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने आरोपियों का कथित तौर पर बचाव करने वाले मामले के एक अन्य आरोपी अंकुश खन्ना को शनिवार को जमानत दे दी थी.
पुलिस ने इस मामले में पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था. बाद में, आशुतोष और अंकुश खन्ना को गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट में आरोपी आशुतोष के वकील ने जमानत याचिका लगाई और कहा कि मेरी गलती सिर्फ इतनी है कि मैंने पुलिस को बिना बताये कार पार्क कर दी थी. पुलिस ने कहा कि इसके रोल कि जांच जारी है. पुलिस ने जमानत का विरोध किया. पुलिस ने कहा कि जरूरत हुई तो अगले कुछ दिनों में फिर हिरास्त में ले सकते हैं.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने कहा कि गूगल टाइम लाइन से भी जांच कर रहे हैं. 6 नए सीसीटीवी फुटेज बरामद किये हैं. सीसीटीवी में आया कि एक्सीडेंट होने के बाद थोड़ी दूर पर गाड़ी रुकती है और उससे 2 लोग उतरते हैं और गाड़ी के नीचे देखते हैं, फिर गाड़ी भगा देते हैं. पेट्रोल पंप की फुटेज में गाड़ी से खींचते हुए नजर आए हैं.
इसपर जज ने कहा कि वो 2 लोग कौन हैं. पुलिस ने कहा कि पहचान कर ली गई है पर खुले में बताना सही नहीं है. इनको आमने सामने बैठाकर पूछताछ की. इनसे पूछताछ के दौरान एक और गवाह का पता चला. घटना से 100 मीटर पहले इस गवाह ने इनको देखा था.
कोर्ट ने पुलिस से पूछे सख्त सवाल
कोर्ट ने पूछा कि आखिर एक बार में सारे सीसीटीवी क्यों नहीं आते. इतने दिनों बाद भी सीसीटीवी ही आ रहे हैं. एक बार में ये क्यों नहीं हासिल किया गया. कोर्ट ने पूछा कि पूरे रूट पर कितने सरकारी सीसीटीवी कैमरे थे? क्या सबकी फुटेज ले ली गयी? कोर्ट ने पूछा कि दीपक का क्या रोल है? कितने गवाहों के बयान दर्ज हुए हैं? इसपर पुलिस ने जवाब दिया कि 14 लोगों के बयान दर्ज किए हैं.