DESK : बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद तेजस्वी यादव की भूमिका भी बदलनेवाली है। अब तक बिहार में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में दिख रहे तेजस्वी यादव अब बिहार के नए डिप्टी सीएम बननेवाले हैं। ऐसे में विपक्ष में उनकी जगह रिक्त हो गई है। अब तक सरकार के साथ रही भाजपा अब विपक्ष में आ गई है। जिसके बाद अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि बिहार विधानसभा और विधानपरिषद में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी।
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विधान परिषद में यह तीन चेहरे हो सकते हैं दावेदार : विधानसभा की तरह विधान परिषद में भी स्थिति पूरी तरह बदल गई है। अब तक विपक्ष में राबड़ी देवी विधान परिषद की नेता थी, लेकिन अब राजद सरकार में शामिल हो गई है, ऐसे में राबड़ी देवी भी विपक्ष की नेता नहीं रह पाएंगी। यहां विपक्ष के नेता के तौर पर भाजपा के तीन चेहरे ऐसे हैं, जिन्हें नेता चुना जा सकता है।
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सबसे बड़ा चेहरा सम्राट चौधरी और मंगल पांडेय का है। सम्राट चौधरी की छवि आक्रमक नेता की है, जो विधान परिषद में उनकी मदद कर सकती है, वहीं मंगल पांडेय लंबे समय से नीतीश कुमार के साथ काम करते रहे हैं। उन्हें अच्छी तरह से पता है कि नीतीश कुमार के किस विभाग में क्या हो रहा है। वहीं तीसरा नाम नवल किशोर यादव का भी लिया जा सकता है, जिन्हे विधान परिषद में विपक्ष का नेता बनाया जा सकता है।