बिहार में मैट्रिक परीक्षा बुधवार से शुरू हुई। प्रदेश भर में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। दोनों पाली मिलाकर प्रदेश भर में राजधानी पटना समेत 18 जिलों से 1239 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। वहीं पांच जिलों से कुल 15 फर्जी छात्र पकड़े गए। सबसे ज्यादा राजधानी पटना मेंं दोनों पालियों में 1157 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। इसके बाद भोजपुर 21 और मुंगेर 20 से परीक्षार्थी निष्कासित किये गये।
सुपौल और मधेपुरा से सबसे ज्यादा फर्जी छात्र पकड़े गये। इसमें सुपौल से पांच और मधेपुरा से चार फर्जी छात्र पकड़े गये। पहले दिन विज्ञान विषय की परीक्षा ली गई। दो पालियों में ली गयी परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 1525 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। परीक्षा के लिए 16 लाख 84 हजार 466 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। लेकिन ज्यादातर केंद्रों पर सौ से दो सौ तक परीक्षार्थियों की अनुपस्थित दर्ज की गई।
बुधवार को परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थी अतिरिक्त प्रश्न मिलने से काफी खुश थे। परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्नों की संख्या अधिक होने से प्रश्न छूटे नहीं। हर चैप्टर से प्रश्न पूछे गए थे। बिहार बोर्ड की मानें तो इस बार सौ फीसदी अतिरिक्त प्रश्नों के विकल्प छात्रों को दिए गए थे। प्रश्न पत्र 44 पृष्ठों का था। 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न के उत्तर के लिए सौ प्रश्न दिये गये थे। वहीं, लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी दोगुने दिए गए। कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए हर केंद्र के बाहर धारा 144 लागू की गई थी।