DESK:बिहार में एक बार फिर राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. सूत्रों के माने तो भाजपा और जेडीयू का गठबंधन टूट सकता है. यह भी कहा जा रहा है कि एक दो दिन में जेडीयू भाजपा से अलग होने का ऐलान कर सकती है. बिहार में सियासी हवा अचानक से बदल गई है. भाजपा को छोड़कर शेष सभी दलों के विधायकों और सांसदों की अगले 48 घंटे में पटना में बैठक होनी है. खासकर जदयू सांसदों की मंगलवार को होने वाली बैठक काफी अहम है. कयासबाजी लगने लगी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ बड़ा निर्णय लेंगे. हो सकता है कि वे एनडीए में जदयू के भविष्य को लेकर नेताओं से चर्चा करें और किसी बड़े राजनीतिक बदलाव पर निर्णय लें.
खास बात यह भी है कि राजद भी अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही है. इस बैठक का मुख्य एजेंडा आने वाले समय में संभावित राजनीतिक बदलाव पर चर्चा होना माना जा रहा है. इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम भी मंगलावर को विधायकों संग बैठक कर रही है. वहीं वाम दल के नेता भी बैठक की तैयारी में हैं.
बीजेपी को छोड़कर शेष सभी दलों की ओर से बैठक बुलाया जाना अब नए राजनीतिक हालात बनने को हवा दे रहे हैं. एक दिन पूर्व ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के लिए सॉफ्ट कोर्नर अपनाते हुए कहा था कि भाजपा तो नीतीश कुमार के सहारे है. भाजपा बिहार में कुछ नहीं कर सकती. इसी तरह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से भी जब राजद के प्रतिरोध मार्च पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ी है.