नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच पेश किए गए इस बजट पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ का अहसास और विकास का विश्वास भी है। कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया उसने पूरी मानव जाति को हिलाकर रख दिया। इन परिस्थितियों के बीच आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को बढ़ावा देने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के बजट में आत्मनिर्भरता का विजन भी है और हर वर्ग का समावेश भी है। हम इस में जिन सिद्धांतों को लेकर चले हैं वो हैं- ग्रोथ के लिए नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करना, मानव संसाधन को एक नया आयाम देना, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए नए क्षेत्र विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना, नए सुधार लाना”
पीएम मोदी ने कहा कि, देश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए, किसानों की आय बढ़ाने के लिए बहुत जोर दिया गया है। किसानों को आसानी से और ज्यादा ऋण मिल सकेगा। देश की मंडियों को और मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है। ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं, हमारे किसान हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को मैराथन 110 मिनट के बजट भाषण के लिए बधाई दी और बजट प्रस्तुत करने के तुरंत बाद उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में तीसरी बार अपना बजट भाषण सुबह 11 बजे शुरू किया। मोदी ने कहा कि उन्होंने बिना रूके ही बजट की प्रमुख विशेषताओं के बारे में बिना किसी अड़चन के बताया।
स्पष्टता और मजबूती के साथ, सीतारमण ने घरेलू विनिर्माण क्षेत्र, एमएसएमई और कई और क्षेत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी योजनाओं की घोषणा की। अपने बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने कई बार पानी पिया। वित्त मंत्री ने इसे दोपहर 12.50 बजे समाप्त किया। पार्ट-ए के तहत भाषण दोपहर 12.25 बजे और पार्ट-बी अगले 25 मिनट में समाप्त हुआ। इस बार, सीतारमण पिछले साल के बजट भाषण की तुलना में तरोताजा दिखीं। पिछले साल वह बजट पूरा नहीं पढ़ पाई थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट 2021 प्रस्तुत करने के लिए सीतारमण को उनकी सीट पर जाकर धन्यवाद दिया।