बिहार के मुख्य विरोधी दल राजद के तेवर से यह साफ है कि आज यानी शुक्रवार से शुरू हो रहा विधानमंडल का बजट सत्र गरमाहट भरा होगा। विरोधी दल के मुख्य सचेतक राजद विधायक ललित कुमार यादव ने कहा है कि विधानमंडल सत्र के दौरान विपक्षी दल के नाते हम अपनी आवाज मजबूती से उठाएंगे। वहीं सत्ता पक्ष भी विपक्ष के हर सवाल का माकुल जवाब देने की तैयारी में है।
सरकार ने सदन में माननीयों के सवालों का सही-सही समय पर जवाब उपलब्ध कराने को लेकर सख्त निर्देश दिया है। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार पारदर्शी तरीके से किसी भी जनसमस्या के समाधान के लिए विमर्श करने को तैयार है।
ललित यादव ने सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना में भी बिहार में घोटाला हो गया। जांच के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया। इसे विपक्ष जोर-शोर से सदन में उठाएगा। विधि-व्यवस्था का बुरा हाल है। पटना में सरेशाम एयरलाइंस कर्मी की हत्या कर दी गई और पुलिस-प्रशासन उस पर गोल-मोल जवाब देकर पल्ला झाड़ चुका है। न केवल मृत कर्मी बल्कि आरोपी के परिजन भी पुलिसिया जांच से संतुष्ट नहीं हैं।
महंगाई से लोगों का बुरा हाल है। किसानों की स्थिति ठीक नहीं है। विधायिका को समाप्त करने पर सरकार तुली हुई है। विपक्ष की कौन कहे, सत्तापक्ष के भी विधायकों की कोई नहीं सुन रही है। विकास के नाम पर लूट-खसोट चल रहा है। ऐसे में अगर राज्य के सबसे बड़े पंचायत और लोकतंत्र के मंदिर में भी विपक्ष की आवाज दबाई जाएगी तो हमारे पास अपनी आवाज उठाने के अलावा क्या विकल्प बच जाता है। कहा कि सदन सही तरीके से चले, विपक्ष की यही मंशा रहेगी। लेकिन यह तभी संभव है जब विपक्ष की बातों को सरकार सिरे से खारिज नहीं करे। विपक्षी सदस्य जो सवाल पूछें, सरकार जवाब दे तो कोई कारण नहीं होगा कि सदन नहीं चले।