भारत और चीन के बीच चर्चा होने से एक दूसरे की स्थिति समझने में मदद मिली : विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आज मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत और चीन के बीच चर्चा होने से एक दूसरे की स्थिति को समझने में मदद मिली है। भारत और चीन के सीमा मामलों पर वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड को-ऑर्डिनेशन की बैठक 18 दिसंबर को हुई थी।
श्रीवास्तव ने कहा, चीन के जिंगतांग बंदरगाह पर दो जहाज अभी भी फंसे हुए हैं, जिन पर भारतीय नागरिक भी सवार हैं। ये दोनों जहाज कार्गो डिस्चार्ज की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। हमारी सरकार चीनी सरकार के संपर्क में है। इन जहाजों से पहले आए कुछ जहाजों को कार्गो डिस्चार्ज की अनुमति मिल गई है।
 इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमने नेपाल में हुए हाल के राजनैतिक घटनाक्रम पर ध्यान दिया है। यह नेपाल का आंतरिक मामला है कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत इस पर फैसला करें। एक पड़ोसी के तौर पर भारत लगातार नेपाल का समर्थन करेगा ताकि वहां के लोग शांति, समृद्धि और विकास के रास्ते पर  आगे चले। 26 जनवरी को मुख्य अतिथि के तौर पर आने वाले ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।

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