Category Archives: बिहार

लव जिहादः नफरत फैलाने का काम कर रहें है सीएम योगी- पप्पू यादव

लव जिहाद कानून पर सियासत लगातार गरमाती जा रही है। जिसके तहत विपक्षी पार्टीयां केंद्र सरकार पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही हैं। इसी क्रम में अब जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी बीजेपी सरकार पर हल्ला बोल कर दिया है। इतना ही नहीं उन्होने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लव जिहाद की आड़ में नफरत फैलाने की बात तक कह डाली और सीएम योगी को घेर लिया है।

इसी मुद्दे पर देखिए पल्लवी रविंद्र सिंह के साथ खास चर्चा

https://youtu.be/ePAjG3WJMg0

300 दिनों के लंबे अंतराल के बाद खुला गुरुकुल, सुंदरकांड पाठ कर शुरु हुआ आयोजन

कोरोना काल के कारण 300 दिनों के लंबे अंतराल के बाद बिहार के चर्चित गुरु डॉक्टर एम रहमान का अदम्या अदिति गुरुकुल सोमवार से फिर से शुरू हो गया है। बता दें कि इस अनूठे गुरूकुल मे प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को पटना के नया टोला गोपाल मार्केट स्थित गुरु डॉक्टर एम रहमान के गुरुकुल अदम्या आदिति में समेकित रूप से सुंदरकांड का पाठ करते हजारों छात्र एक अनूठी मिसाल पेश करते हैं।

गंगा जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल बना गुरुकुल

एक तरफ जहां पूरे देश धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही है वहीं वर्षों से प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार सुंदरकांड के पाठ करने की परंपरा इस गुरुकुल में सामाजिक सौहार्द के साथ ही साथ धार्मिक एकता की भी अनूठी मिसाल पेश कर रही है। वेद कुरान के ज्ञाता ‘इतिहास विद द प्रेम’ रहमान कहते हैं कि हिंदू और मुसलमान से बड़ा है एक सच्चा देशभक्त होना और जिस देश में लोग मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में भगवान राम को पूजते हैं। उनके आदर्शों पर चलने में धर्म कहां आड़े आती है पवन पुत्र हनुमान शक्ति के संवर्धक है। प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के मन को एकाग्र करने तथा निराशा के भाव को समाप्त करने के लिए वर्षों से उनके संस्थान में उनके सहयोगी मुन्ना जी के अथक सहयोग से सुंदरकांड का पाठ होते आ रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म को आस्था से नहीं जोड़ा जा सकता सुंदरकांड का पाठ मन मस्तिष्क में नई ऊर्जा का सृजन करता है। इसी कारण से उनके संस्थान में प्रत्येक महीने के एक मंगलवार को सामूहिक रूप से सुंदरकांड का पाठ किया जाता है। इसमें संस्थान में अध्ययनरत प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले शिक्षकों से लेकर हजारों की तादाद में छात्र-छात्राएं भाग लेते हैं। अब तक उनके संस्थान से हजारों की तादाद में छात्र-छात्राएं क्लर्क से लेकर कलेक्टर तक की परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर चुके हैं।

कम शुल्क में मिलती है उत्तम शिक्षा

₹11 का ₹51 और ₹101 की गुरु दक्षिणा में आज भी असहाय गरीब और दिव्यांग छात्रों को उनके गुरुकुल में शिक्षा दी जाती है और यह अनवरत चलता रहेगा। वे खुद ही दिधिचि देह दान अभियान समिति से जुड़कर अपना संपूर्ण शरीर दान कर चुके हैं तथा अब तक दर्जनों लोगों को प्रेरित कर शरीर दान करवा चुके है। गुरुकुल के निदेशक मुन्ना जी ने बताया कि सुंदरकांड के पाठ से छात्र-छात्राओं का मानसिक स्तर भी विकसित होता है। बिहार दरोगा परीक्षा में इनके संस्थान ने रिकॉर्ड स्थापित किया है कि संस्थान से अब तक 7000 से ज्यादा छात्र छात्राएं सफल हुए है साथ ही साथ विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी इनके संस्थान से सफल छात्रों का औसत काफी बेहतर है।

लेखकः अनूप नारायण सिंह

मिलिए बिहार के ऑक्सीजनमैन से, आम इंसान से ऑक्सीजन मैन बनने की पूरी कहानी

पटना। गौरव राय आज बिहार के लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए जाना पहचाना नाम बन चुका हैं। बिहार के सिवान जिले के कोरिया माघर गांव निवासी गौरव राय जी पटना में कोरोना काल के दौरान एक ऐसे अभियान के प्रणेता बन बैठे, जिसने हजारों जिंदगियों को तो बचाया ही साथ ही साथ लोगों को उनके अभियान से जुड़ने का हौसला भी दिया। बिना किसी सहयोग, बिना किसी संगठन के इन्होंने जब लोग ऑक्सीजन के अभाव में तिल तिल के मर रहे थे। तब अपने पैसे से सिलेंडर का जुगाड़ किया और निशुल्क लोगों के घर-घर तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाना शुरू किया।

मीडिया में खबर आने के बाद लोग इस अभियान में जुड़ने लगे। कई लोगों ने सिलेंडर दान भी किया। जिसको जरूरत पड़ी उसने गौरव राय जी के से संपर्क किया निशुल्क उसे सिलेंडर मिला। अभियान अभी भी जारी है। 50 वर्षीय गौरव राय को शहर के लोग ऑक्सीजन मैन के नाम से जानते हैं। गौरव राय को लोग ऑक्सीजन मैन क्यों कहते हैं?

गौरव राय कैसे बने ऑक्सीजन मैन?

दरअसल, इसके पीछे की कहानी ये है कि पिछले 5 महीनों से वह लगातार बिना किसी से पैसे लिए हुए मुफ्त में लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि गौरव अब लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने का काम केवल पटना में ही नहीं बल्कि अब बिहार के 18 जिलों में शुरू कर दिया है। गौरव राय के ऑक्सीजन मैन बनने की कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है। दरअसल, पांच महीने पहले इसी साल जुलाई में गौरव को भी कोविड-19 संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया था। उनकी हालत गंभीर हुई तो उन्हें पटना के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया और उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ी। अस्पताल में भर्ती गौरव राय को ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कुछ दिनों में गौरव कोविड-19 संक्रमण से लड़कर ठीक हो गए मगर उसी दौरान उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की अहमियत का एहसास हुआ।

राय बताते हैं कि “14 जुलाई को मैं पीएमसीएच गया था और मेरी पत्नी को मेरे लिए ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी दौरान मैंने सोच लिया कि मैं अब लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाऊंगा।” कोरोना से जंग जीतने के बाद गौरव राय ने ठान लिया कि वह कोविड-19 मरीजों को मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाएंगे। गौरव राय रोजाना अपनी कार में एक दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक घूमते रहते हैं और जैसे ही उन्हें जरूरतमंद लोगों का फोन आता है तो उसके घर पहुंचकर ऑक्सीजन सिलेंडर उन्हें उपलब्ध करवाते हैं।

वह ज्यादातर ऐसे मरीजों की मदद करते हैं जो कोविड-19 से संक्रमित हैं और घर पर ही जिनका इलाज चल रहा है। राय बताते हैं कि उन्होंने इस काम को करने के लिए अपने घर से तकरीबन 2 लाख रुपए लगाए हैं और उनके इस काम से प्रभावित होकर अब कई अस्पताल और डॉक्टर भी उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर दान में दे रहे हैं ताकि वह लोगों की मदद कर सकें। पिछले 5 महीनों में गौरव राय ने 800 से ज्यादा लोगों की जान बचाई है। हालांकि, गौरव राय की मदद के बावजूद भी 14 लोगों की जिंदगी को नहीं बचाया जा सका है। बकौल गौरव, “मैं लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाता हूं और इसके लिए कोई पैसे नहीं लेता हूं। मैं लोगों के घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाता हूं और फिर वहां से उन्हें वापस भी ले कर आता हूं।” राय बताते हैं कि उनके उनके काम से प्रभावित होकर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने वाले लोग अब 300 प्रति सिलेंडर के बदले सिर्फ 100 में ही सिलेंडर रिफिल कर देते हैं। राय के पास आज कुल 251 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं जिनमें से 200 ऑक्सीजन सिलेंडर उनके काम से प्रभावित होकर बिहार फाउंडेशन ने उन्हें दान में दिए हैं। बाकी 51 ऑक्सीजन सिलेंडर राय ने अपने पूंजी से और दोस्तों की मदद से खरीदे हैं।

लेखकः अनूप नारायण सिंह

बचपन से ही जिद्दी इंसान हैं भोजपुरी अभिनेता रोहितराज यादव

रोहित बचपन से ही जिद्दी इंसान हैं। रोहित जब आठवीं क्लास में पढ़ते थे, तब से ही फिल्मों में काम करना चाहते थे। रोहित के पिता की इच्छा थी कि उनके बेटा डॉक्टर बने।

समाज में अच्छी पकड़ और कुशल व्यवहार होने के कारण रोहित को पैक्स अध्यक्ष बनाया गया। 14 दिसंबर 2019 को तीसरी बार रोहित पैक्स अध्यक्ष बने। रोहितराज की पहली मूवी धूम मचाई ल राजा जी, दूसरी मूवी बल्लू लोहार थी और तीसरी भोजपुरी फिल्म ये इश्क बड़ा बेदर्दी है। इस फिल्म में गुंजन पंत और रानी चटर्जी ने हिरोइन का किरदार निभाया है। रोहित राज यादव को इस मूवी में श्रेष्ठ प्रथम प्रवेश अभिनेता के लिए अवॉर्ड भी दिया गया।

रोहित राज यादव की आने वाली भोजपुरी फिल्म, प्यार होता है दीवाना सनम , स्वर्ग से सुंदर,  तड़प, प्रेम प्रसंग ,प्रेम दीवानी, प्रेम भंवड़ है, जिसमें स्वर्ग से सुंदर और प्यार होता है दीवाना सनम कि शूटिंग लगभग पूरी हो गई है। यह दोनों मूवी में  अमरपाली दुबे गुंजन पंत शुभी शर्मा संजय पांडे आदि कास्ट किए गए हैं।

याद उनको मेरी भी आती तो होगी

फिल्म संगीत के सुनहरे दौर के सबसे सुरीले संगीतकारों में से चित्रगुप्त भी एक थे। चल उड़ जा रे पंछी, तेरी दुनिया से दूर चले होके मज़बूर, एक रात में दो दो चांद खिले,  मुझे दर्दे दिल का पता न था, मुझे आप किसलिए मिल गए,  महलों ने छीन लिया बचपन का प्यार मेरा, चली चली रे पतंग जैसी सैकड़ों कालजयी गीतों की धुनों के रचयिता चित्रगुप्त को वह यश और सम्मान नहीं मिला जिसके वे सही मायने में हक़दार थे।

शंकर जयकिशन, नौशाद, रोशन, मदन मोहन, एस.डी बर्मन, हेमंत कुमार,कल्याणजी आनंदजी जैसे उस युग के कई महान संगीतकारों की भीड़ में वे पृष्ठभूमि में ही रह गए। बिहार के गोपालगंज जिले के एक छोटे से गांव सवरेजी के चित्रगुप्त श्रीवास्तव में संगीत के प्रति जुनून ऐसा था कि पटना विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए के बाद पटना कॉलेज में लेक्चरर की सम्मानित नौकरी छोड़ दी और 1946 में मुंबई आकर संगीतकार एस.एन त्रिपाठी के सहायक बन गए। स्वतंत्र संगीत निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म थी ‘फाइटिंग हीरो’, लेकिन उन्हें बेपनाह शोहरत मिली फिल्म ‘भाभी’ के कालजयी संगीत से।

इसके अलाव चित्रगुप्त ने सौ से ज्यादा हिंदी फ़िल्मों में संगीत दिया, जिनमें कुछ प्रमुख फ़िल्में हैं- भाभी, चांद मेरे आजा, बरखा, जबक, मैं चुप रहूंगी, ऊंचे लोग, ओपेरा हाउस, गंगा की लहरें,हम मतवाले नौजवां, आकाशदीप, औलाद, एक राज, मैं चुप रहूंगी,अफ़साना,बिरादरी, मेरा कसूर क्या है, परदेशी, वासना, बारात, किस्मत, काली टोपी लाल रूमाल। फिल्म संगीत को इतना कुछ देने के बावजूद बड़े बैनर की एक ही कंपनी एवीएम प्रोडक्शन, मद्रास ने उनकी संगीत प्रतिभा का इस्तेमाल किया। आम तौर पर उन्हें ‘बी’ और ‘सी’ ग्रेड की फ़िल्मों का संगीतकार ही माना जाता रहा, हालांकि उनके मधुर संगीत की वज़ह से इनमें कुछ फिल्मों ने अपार सफलता भी प्राप्त की। भोजपुरी फिल्म संगीत के तो वे पितामह थे। ‘गंगा मईया तोहे पियरी चढ़इबो’, ‘लागी नहीं छूटे राम’, ‘गंगा किनारे मोरा गांव’, ‘बलम परदेसिया’ और ‘भैया दूज’ का संगीत भोजपुरी फिल्म संगीत का वह शिखर है जिसे फिर कोई नहीं छू सका। 1991 में उनकी मृत्यु के बाद उनके दो पुत्रों – आनंद चित्रगुप्त और मिलिन्द चित्रगुप्त ने आनंद-मिलिंद के नाम से अस्सी के दशक में हिंदी फिल्म संगीत में कुछ अरसे तक अपनी छाप छोड़ी थी।

वैशाली छपरा पटना के बेला तथा मनेर में होगी भोजपुरी फिल्म प्यार होता है दीवाना सनम के सेकंड शेड्युल की शूटिंग

पटना। मां शांति इंटरटेंमेंट के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्‍म ‘प्‍यार होता है दीवाना सनम’ की सेकेंड शिड्युल की शूटिंग 15 फरवरी से बिहार के वैशाली जिले के सरैया,रीवा छपरा,छपरा जिले के रेवा व मढ़ौरातथा पटना के बेला  व मनेर में होगी।

बता दें कि पिछले साल जनवरी में फिल्‍म का मुहूर्त मुंबई में भव्‍य तरीके से किया गया, जिसमें फिल्‍म की कास्‍ट के साथ इंडस्‍ट्री से जुड़े कई लोग भी मौजूद थे। नवोदित एक्शन स्टार रोहित राज यादव भोजपुरी के सुपरस्टार गुंजन पंत अमरपाली दुबे समेत कई चर्चित चेहरे इस फिल्म में नजर आने वाले है बिग गंगा चैनल से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार अनूप नारायण सिंह इस फिल्म में काफी चैलेंजिंग भूमिका में नजर आने वाले हैं। यह जानकारी फिल्म के निर्माता व नायक रोहित राज यादव ने आज राजधानी पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी।  उन्होंने बताया कि फिल्म के 70 फ़ीसदी भाग की शूटिंग मुंबई व गुजरात के विभिन्न लोकेशन पर पूरी कर ली गई है।

कोरोना के कारण फिल्म के क्लाइमेक्स व गानों की शूटिंग नहीं हो पाई थी, जो फरवरी महीने से बिहार के विभिन्न लोकेशनो पर होगी। इस मौके पर फिल्‍म में एज ए लीड रोल में नजर आने वाली एंजेल गर्ल गुंजन पंत ने कहा कि ‘प्‍यार होता है दीवाना सनम’ मुझे एक्‍साइटेड करती है। मुझे इस फिल्‍म की कहानी बेहद पसंद आई है। उम्‍मीद है मेरी यह फिल्‍म दर्शकों को भी खूब पसंद आयेगी। इस फिल्‍म में मेरा किरदार काफी स्‍ट्रांग है।

इस फिल्‍म को लेकर मैं काफी उत्‍साहित हूं। इस फिल्‍म के निर्माता बी एन यादव और शिवजी सिंह हैं। फिल्‍म को राम यादव डायरेक्‍ट करें रहे हैं। फिल्‍म के बारे में राम यादव ने कहा कि फिल्‍म की कहानी रोमांस से भरपूर है। यह दर्शकों को प्‍यार के एहसासों से रूबरू कराएगी। फिल्‍म का कथानाक किसी हिंदी फिल्‍म से कम नहीं है। फिल्‍म की मेकिंग हम अत्‍याधुनिक तकनीक से करने वाले हैं। फिल्म के गाने और डायलॉग भी बेहद खूबसूरत हैं, जो लोगों को एक बार में पसंद आयेंगे। फिलहाल हमारा पूरा फोकस फिल्‍म की शूटिंग पर है।

बता दें कि राम यादव निर्देशन के साथ – साथ डीओपी का भी काम करेंगे। फिल्म में गुंजन पंत के साथ – साथ रोहित राज यादव, शुभी शर्मा और वंदना सिंह भी मुख्‍य भूमिका में नजर आयेंगी। फिल्‍म के गीत विनय बिहारी, पवन पांडेय और रामचंद्र सिंह का है। संगीत रंजय बाबला और जे पी बाबा का है। फाइट दिलीप यादव का है। डांस मास्‍टर संजय कोर्वे हैं और इपी दिनेश्‍वर प्रसाद।

डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में धमाकेदार एंट्री करने जा रहा है अरनव मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड

अरनव मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड का शुभारंभ 15 जनवरी 2021 से होने जा रहा है। यह बिहार का पहला हाइटेक डिजिटल न्यूज़ प्लेटफार्म होगा जो एक न्यूज़ इवेंट एजेंसी के रूप में भी काम करेगा। बिहार के 38 जिलों में इसके प्रतिनिधि पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी मौजूदगी का एहसास कराएंगे।

बिहार की खबरों को पूरी प्रमुखता के साथ अरनव मीडिया अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ ही साथ अपना बिहार न्यूज़, सिटी लाइव,  आर्या न्यूज़, राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्र छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस नई दिल्ली से प्रकाशित दैनिक चलते-फिरते लखनऊ से प्रकाशित दैनिक गाथा राजस्थान से प्रकाशित दैनिक ढोल मारू बिहार से प्रकाशित मीडिया दर्शन राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ग्राम संदेश को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा‌।

विज्ञापन फिल्म निर्माण डॉक्यूमेंट्री ब्रांड प्रमोशन मीडिया मैनेजमेंट इवेंट सेमिनार पर्सनल ब्रांडिंग का काम भी करेगी। यहां ऑडियो-वीडियो प्रमोशन ऑडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यहल जानकारी अरनव मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक भूषण कुमार सिंह बबलू ने रविवार को राजधानी पटना के बोरिंग रोड पी जीएसपीएल कैंपस में अवस्थित कार्यालय परिसर में आयोजित एक प्रेसवार्ता में दी।

उन्होंने बताया कि बदलते समय में डिजिटल मीडिया ने अपनी अहम भूमिका अदा की है, फिलहाल अरनव मीडिया नेटवर्क के साथ 200 से ज्यादा देशभर के डिजिटल प्लेटफॉर्म जुड़े हुए हैं, जिन्हें बिहार की खबरें उपलब्ध कराई जा रही हैं। बिहार में डिजिटल माध्यमों से सेमिनार मीटिंग प्रमोशन की सुविधा भी अरनव मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड उपलब्ध करा रही है। शादी पार्टी जन्मदिन सालगिरह जैसे आयोजनों को भी यादगार बनाने में इसकी भूमिका अहम होगी। लाइव स्टेज शो फिल्म स्टार नाइट आर्टिस्ट कोआर्डिनेशन की सुविधा भी अरनव मीडिया प्रदान कर रही है।

तरैया के विकास से समझौता बर्दाश्त नहीं : जनक सिंह

तरैया के विकास से समझौता नहीं किया जाएगा। ठप पड़ी विकास योजनाओं को समय पर पूरा किया जाएगा। कमीशन खोरी व सरकारी योजनाओं में मची लूट पर पूरी तरह से लगाम लगाया जाएगा। कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ कर अपराध को कम किया जाएगा। क्षेत्र में अधूरी पड़ी सड़क बिजली स्वास्थ्य योजनाओं को पूरा करना मेरी है पहली प्राथमिकता है।

ये बातें तरैया से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक जनक सिंह शनिवार को कही। विधायक ने कहा कि तरैया में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ की समस्या को रोकने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांधों के निर्माण में बरती गई अनियमितता के कारण बाढ़ आती है। कच्चे बांध को पक्का किया जाएगा साथ ही क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।

जनक सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता का मालिक नहीं सेवक होता है। क्षेत्र की जनता ने अगर मेरे ऊपर विश्वास जताया है तो मैं उस विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा। भाजपा विधायक ने कहा कि तरैया के विकास से समझौता नहीं किया जाएगा। बिजली पानी स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ किया जाएगा क्षेत्र के विकास के लिए सभी लोगों का सुझाव लिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि किसी पार्टी, किसी जाति, किसी वर्ग का नहीं होता है।

जनप्रतिनिधि पूरे क्षेत्र का होता है सभी गांव के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता देने का साथ ही अधूरी पड़ी विकास योजनाओं को समय पर पूरा किया जाएगा सरकारी योजनाओं को बिना किसी कमीशन खोरी के धरातल पर उतारा जाएगा। बांधों के पक्का करने के लिए युद्धस्तर पर काम होगा। बाढ़ के कारण क्षेत्र के टूटी हुई सड़कों का निर्माण पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव में जनता ने अपना फैसला दिया है उस फैसले का हर किसी को सम्मान करना चाहिए।

विधायक ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की एक सशक्त सरकार बनी है, जो करप्शन क्राइम से कभी समझौता नहीं करेगी। तरैया के विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो लोग अब तक तरैया के विधायक रहे उन लोगों को कमीशन खोरी परिवारवाद से फुरसत ही नहीं मिली। उन्होंने कहा कि 1995 से लगातार वो तरैया के लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। चुनाव में हार भी हुई है जीत भी हुई है पर वह समान भाव से लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें।

भारतीय जनता पार्टी केंद्र से लेकर राज्य तक में सबका साथ सबका विकास के नारे को बुलंद कर रही है। विकास में कहीं भी समझौता नहीं किया जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयासों के बारे में उन्होंने कहा कि वे दल के एक समर्पित कार्यकर्ता हैं, पार्टी से उनको जो भी जिम्मेदारी मिलेगी दो उसका पूरी इमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे।

 

साल 2020 की अंतिम देर रात बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल, के.सेंथिल बने नए गृहसचिव

पटना। साल 2020 की अंतिम देर रात में बिहार में बडे स्तर पर प्रशासनिक और पुलिस महकमें मे फेरबदल कर दिया गया। बिहार सरकार ने 38 भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का तबादला किया गया, जबकि कई भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों का भी स्थानांतरण कर दिया गया है। इसमें 12 जिले के जिलाधिकारी शामिल हैं। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को सामान्य प्रशासन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद से मुक्त कर दिया गया है। हालांकि, उन्हें अब मद्य निषेध विभाग और निगरानी विभाग के अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

वहीं, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार को सामान्य प्रशासन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। के. सेंथिल को नया गृहसचिव बनाया गया। इसी तरह पटना के जिलाधिककारी (डीएम) कुमार रवि को भवन निर्माण में सचिव बनाया गया है। चंद्रशेखर सिंह को पटना का नया जिलाधिकारी बनाया गया। गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज को गन्ना उद्योग विभाग में ईखायुक्त, भागलपुर के डीएम प्रणव कुमार को मुजफ्फरपुर का डीएम तथा अवनीश कुमार सिंह को जमुई, जे. प्रदर्शनी को अरवल, सज्जन आर. को शिवहर, श्याम बिहारी मीणा को मधेपुरा, सुब्रत कुमार सेन को भागलपुर का डीएम बनाया गया है।नवदीप शुक्ला को कैमूर का डीएम बनाया गया। इसके अलावा नवल किशोर चौधरी को गोपालगंज, धर्मेंद्र कुमार को सासाराम, नीलेश रामचंद्र को सारण तथा अमित कुमार को मधुबनी का डीएम बनाया गया है।

इसी तरह आईपीएस अधिकारियों में भी बडे पैमाने पर तबादला किया गया है। शोभा ओहटकर को महानिदेशक गृहरक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन का दायित्व सौंपा गया है जबकि निर्मल कुमार आजाद को अपर पुलिस महानिदेशक, रेल, रविन्द्रण शंकरण को अपर पुलिस महानिदेशक, आतंकवाद निरोधक दस्ता की जिम्मेदारी दी गई है। मनु महाराजा को मुंगेर से स्थानांतरित करते हुए सारण का उप महानिरीक्षक और शफीउल हक को मुंगेर का उप महानिरीक्षक बनाया गया है।

RJD ने नीतीश को PM कैंडिडेट बनाने का दिया ऑफर, कहा- अगर तेजस्वी को बना दें CM तो…

नई दिल्ली। बिहार में एनडीए ने भले ही सरकार बना ली हो, लेकिन एनडीए के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है। चुनाव में सबसे अधिक सीट जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी ने भले ही वादे के मुताबिक नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया हो, लेकिन उनकी मौजूदगी पूरी तरह हजम भी होती नजर नहीं आ रही है। इस बीच अरुणाचल में जेडीयू विधायकों का बीजेपी में जाना, बिहार की सियासत को और सुलगा गया है। एनडीए की इस खलबली पर विपक्ष पैनी नजर बनाए हुए है और जीत की दहलीज तक पहुंचने वाली राजद को संभावनाएं नजर आने लगी हैं।

दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर देते हुए कहा है कि ‘अगर नीतीश कुमार तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना दें तो उनको 2024 में प्रधानमंत्री के लिए विपक्षी पार्टियां समर्थन कर सकती हैं।’

उदय नारायण के इस ऑफर को देखते हुए माना जा रहा है कि आरजेडी चुनाव में मिली हार के बाद भी सरकार में आने की उम्मीद नहीं छोड़ पाई है और ऐसे प्रलोभन देकर एक बार फिर से नीतीश कुमार के साथ जाने के लिए तैयार खड़ी है। अपने इसी मंसूबे के चलते नीतीश कुमार को आरजेडी ने दिल्ली तक भेजने का ऑफर दे डाला है। हलांकि, इसकी कहीं न कहीं इसकी वजह बीजेपी और जेडीयू के बीच बढ़ रही खींचतान भी बताई जा रही है।

बीजेपी को मिलीं ज्यादा सीटें

दरअसल, 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए को 125 सीटों पर जीत मिली थी। इनमें 74 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी जबकि जेडीयू 43 पर सिमट गई थी। यानी बीजेपी को जेडीयू से काफी ज्यादा सीटें मिली थीं। बावजूद इसके बीजेपी ने नीतीश कुमार का नेतृत्व ही स्वीकार किया क्योंकि उनके चेहरे पर ही पूरा चुनाव लड़ा गया था। लेकिन नीतीश कैबिनेट में बीजेपी अपनी सीटों के हिसाब से ज्यादा भागीदारी चाहती है। इस बात पर विवाद भी गहरा रहा है। जवाब में जेडीयू ने बीजेपी को 2010 के चुनाव की याद दिलाई है।

रविवार (27 दिसंबर) को पटना में हुई जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश की जगह आरसीपी सिंह को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। इस मौके पर आरसीपी सिंह ने ताजा विवाद पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। आरसीपी सिंह ने कहा कि आज जो लोग स्ट्राइक रेट की बात कर रहे हैं उन्हें 2010 का चुनाव याद करना चाहिए जब जेडीयू का स्ट्राइट रेट 90 फीसदी था। आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू का स्ट्राइक रेट अच्छा होने के बावजूद नीतीश कुमार ने उस वक्त कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच जो तय हुआ था उसी के आधार पर मंत्री पद का बंटवारा होगा।

इसके अलावा जेडीयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इस बैठक में ये भी कहा कि हमारी पार्टी किसी की पीठ में छुरा नहीं मारती है, साथ ही हम किसी को मौका भी नहीं देते हैं कि कोई हमारे पीठ में छुरा मार सके। आरसीपी के इस बयान को अरुणाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है जहां जेडीयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दूसरी तरफ बीजेपी के पसंदीदा मुद्दे लव जिहाद के खिलाफ कानून पर जेडीयू ने खुद को अलग कर लिया है।

एनडीए गठबंधन अटूट

कुल मिलाकर दोनों दलों के बीच स्थिति फिलहाल काफी नाजुक नजर आ रही है। हालांकि, पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का कहना है कि एनडीए का गठबंधन अटूट है और नीतीश कुमार सीएम पद के लिए एनडीए के नैचुरल च्वाइस थे। सुशील मोदी ने ये भी कहा है कि अरुणाचल एपिसोड का असर बिहार में एनडीए गठबंधन पर नहीं पड़ेगा। दूसरी तरफ जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने भी कहा है कि अरुणाचल में बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया है, उसकी जरूरत नहीं थी। साथ ही हमने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में लव जिहाद पर किसी कानून का सवाल ही नहीं है। लेकिन बिहार में बीजेपी से हमारा गठबंधन मजबूत है।

बहरहाल, तमाम खींचतान के बावजूद एनडीए नेता भले ही गठबंधन मजबूत होने के दावे कर रहे हों लेकिन आरजेडी ने इस कलह के बीच नीतीश के सामने एक बड़ा ऑफर रख संभावनाओं के दरवाजे जरूर खोल दिए हैं।