DESK: शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब ने कहर मचाया है। सीवान जिले में पिछले 24 घंटों में जहरीली शराब पीने से 7 की मौत हो गई है। एक मौत गोपालगंज में भी हुई है। 14 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है। इनमें 6 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। ऐसा कहा जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। ADG जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि सैनिटाइजर बनाने के लिए कोलकाता से स्प्रिट मंगाई गई थी, उसी से शराब बनी थी। 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जहरीली शराब के अधिकतर मामले जिले के लकड़ी नवीगंज OP थाना क्षेत्र के बाला और भोपतपुर गांव में हैं। जहां एक-एक करके मरीज सदर अस्पताल आने लगे। देर शाम अस्पताल पहुंचते वक्त एक व्यक्ति की मौत हो गई। रात में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह से अब तक 5 लोगों की जान चली गई। सोशल मीडिया और गांव के लोगों का कहना है कि मरने की संख्या 8 से ज्यादा है। 41 दिन पहले छपरा में 70 से ज्यादा मौतों हो गई थीं।
स्थानीय लोगों ने जहरीली शराब पीने की बात कही है। प्रशासन ने अभी कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। परिजन को मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी गई है। पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल है।
Coronavirus in India:कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसी के साथ चीन, जापान समेत कई देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बाद भारत सरकार भी अलर्ट है। कोरोना के मद्देनजर भारत में कोई पाबंदी तो नहीं लगाई गई, लेकिन इससे निपटने की तैयारी तेज कर दी गई हैं। माना जा रहा है कि जनवरी में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है।
बीते तीन सालों के ट्रेंड को देखें तो अगले महीने कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, राहत की बात है कि कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद अस्पतालों में भर्ती होने की जरूरत नहीं पढ़ेगी। साथ ही इससे होने वाली मौत की आशंका भी कम रहेगी। ओमिक्रोन का नया वैरिएंट बीएफ-7 भले ही चीन में कोहराम मचा रहा है, लेकिन भारत में इसका ज्यादा असर पड़ने की संभावना कम ही है।
अधिकारियों का कहना है कि भारत में बनी कोविशील्ड और कोवैक्सीन काफी कारगर हैं। ऐसे में भारत में इसका उतना असर होने की आशंका नहीं है। अगले हफ्ते चीन, जापान समेत 6 देशों से भारत आने वाले सभी यात्रियों के लिए एयर सुविधा फार्म भरना अनिवार्य किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रस्थान से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट भी अनिवार्य किए जाने की संभावना है। अभी चीन, जापान, हांगकांग, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना टेस्टिंग अनिवार्य की गई है।
Healthy : भोजन को पचाने में लिवर की अहम भूमिका होती है. लिवर जरा भी डिस्टर्ब हो जाए तो खाना पचने में दिक्कत आने लगती है. लिवर में दिक्कत आने से बॉडी में अन्य कई परेशानियां होने लगती है. लिवर में कमी होने पर पीलिया हो जाता है. पीलिया के कई लक्षण होते है. लेकिन आज हम लिवर के फंक्शन से जुड़ी बात करेंगे. कैसे लिवर के फैटी होने या सही ढंग से काम न करने पर इसका मसल्स पर प्रभाव पड़ता है.
फैटी लिवर से हो सकती है मायस्थेनिया ग्रेविस: गैर अल्कोहल फैटली लिवर रोग लंबे समय फैट के निर्माण से होती है. इसमें लिवर पर फैट जमा होने लगता है. लिवर का कुछ आकार भी बढ़ जाता है. नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर का शराब पीने से कोई संबंध नहीं माना जाता है. जंक फूड और खराब खानपान, खराब लाइफ स्टाइल इस रोग का जनक है. इस बीमारी के लंबे समय तक रहने पर व्यक्ति को मायस्थेनिया ग्रेेविस बीमारी होने का खतरा रहता है. इस बीमारी में व्यक्ति की मसल्स तेजी से कमजोर हो जाती हैं. इसमें नसों और मांसपेशियों के बीच कनेक्शन नहीं रह पाता है.
अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं: मायस्थेनिया ग्रेविस के अलावा फैटी लिवर के मामले में अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं. इसमें पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में हल्का दर्द, बिना कारण वजन का घटना, भूख न लगना, शौच सही ढंग से न जा पाना आदि शामिल हैं.
इस वजह से हो सकता है फैटी लिवर: मोटापा होने पर, डायबिटीज टाइप 2 होने से, अंडरएक्टिव थायराइड, उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, 50 साल से अधिक उम्र होने पर इसके होने का खतरा अधिक रहता है.
हो सकती है लिवर सिरोसिस की बीमारी: लंबे समय तक नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर रहने पर स्थिति बिगड़ सकती है. यह बीमारी बाद में लिवर सिरोसिस पैदा कर देती है. लिवर सिरोसिस में त्वचा का पीला होना, आंखों के सफेद भाग का पीला होना, त्वचा में खुजली, पैर या पेट में सूजन शामिल है. अतिरिक्त वजन कम कर, हेल्दी डाइट लेकर, रेग्यूलर एक्सरसाइज कर, स्मोकिंग छोडकर, शराब का सेवन कम कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है.
रेवाड़ी: रेवाड़ी में भी डेंगू का खतरा अभी बरकरार है।जिले में जिस तेजी से डेंगू मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है।उसने पिछले साल वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।इस वर्ष अबतक 309 डेंगू मरीज सामने आ चुके है। हालाँकि राहत की बात ये है कि जिले में डेंगू से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।लेकिन जिस तेजी से केस बढ़ रहे है वो चिंताजनक है।
बता दें कि कि वर्ष 2015 में दस केस सामने आये थे , वर्ष 2021 में 306 डेंगू के केस दर्ज किये गए थे। और इस वर्ष अबतक 309 केस सामने आ चुके है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डेंगू को लेकर लोग जागरूक हुए है।इसलिए टेस्ट ज्यादा हुए है तो केस भी ज्यादा सामने आये है. उन्होंने कहा की डेंगू की रोकथाम को लेकर जन –जन की भागेदारी जरुरी है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लोगों को जागरूक करने के साथ साथ मच्छर पनपने वाले स्थानों पर काले तेल का छिडकाव कराया गया है और लोगों से भी अपील की गई है कि मच्छर से बचाव के लिए सावधानी बरते।
DESK: देशभर में बढ़ते ठंड के साथ कोरोना का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। वहीं तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के मामलों की बात करें तो देश में कुल 635 नए केस दर्ज हुए हैं। इसी के साथ सक्रिय मामलों की संख्या भी 7175 तक पहुंच गई है।
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक कोरोना की शुरुआत से लेकर अबतक देश में कोरोनावायरस से संक्रमित होने वालों की कुल संख्या 4,46,67,311 पहुंच गई है। इसी के साथ 11 नई मौतों के साथ इस वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5,30,546 तक पहुंच गई है।
राजधानी दिल्ली में भी बढ़ता कोरोना का ग्राफ
देश में संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,29,590 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई है।वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देशभर में टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड टीके की 219.83 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। हालांकि अगर बात करें राजधानी दिल्ली की तो यहां पर बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 19 नए मामले सामने आए है और 1 मरीज की मौत हो गई है। वहीं बीते दिन राजधानी में कुल 4523 लोगों की जांच की गई थी।
DESK: नवंबर का आधा महीना बीतने के बावजूद डेंगू का प्रकोप जानलेवा होता जा रहा है। बुधवार को सैफई मेडिकल कॉलेज में डेंगू का इलाज करा रहे ग्राम सिरसा निवासी 65 वर्षीय सरमन सिंह की मौत हो गई। जबकि गांव में करीब 24 लोग तेज बुखार से पीड़ित चल रहे हैं। सीएचसी राजपुर में उन्हें इलाज के नाम पर कुछ गोलियां देकर टरका दिया जा रहा है। मजबूरी में ग्रामीणों को प्राइवेट इलाज कराना पड़ रहा है।
इसके अलावा बेस चिकित्सालय में भर्ती एक मरीज की रेफर करने के बाद राममूर्ति अस्पताल में मौत हो गई हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि उस मरीज की डेंगू रिपोर्ट नेगेटिव थी। फिलहाल डेंगू को देखते हुए सभी नगर निकायों में अभियान व लारवा एकत्र करने के कार्य चल रहे हैं साथ ही लोगों को जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अभी डेंगू के गंभीर रोगी 2 दर्जन के आसपास भर्ती है।
कोविड ने देश ही नहीं दुनिया में कहर बरपाया. लाखों की संख्या में लोग वायरस की चपेट में आकर दम तोड़ चुके हैं. हर्ड इम्यूनिटी और संक्रमित होने के कारण बॉडी में बनी एंटीबॉडीज और वैक्सीन के कारण विकसित हुआ प्रतिरोधी तंत्र काफी हद तक वायरस को बेअसर करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि कोविड वायरस अभी भी हवा में मौजूद है. लोगों ने कोविड प्रोटोकॉल को लेकर लापरवाही बरतनी शुरु कर दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड कभी न खत्म होने वाली महामारी है. नए मामलों में कमी हो सकती है. लेकिन इस वायरस की चपेट में कोई भी, कभी भी, कहीं भी आ सकता है.
Siddhant Suryavanshi Heart Attack: टीवी इंडस्ट्री में एक और एक्टर को हार्ट अटैक आने की खबर है. अभिनेता सिद्धांत सूर्यवंशी का हार्ट अटैक से निधन हो गया है, वो 46 साल के थे. जिम में वर्कआउट के दौरान एक्टर को दिल का दौरा पड़ा था. सिद्धार्थ जिम में वर्कआउट कर रहे थे तभी अचानक गिर पड़े. एक्टर को अस्पताल में भर्ती करवाने की खबरें सामने आ रही हैं.
सोशल पर सिद्धांत सूर्यवंशी फैंस की सलामती के लिए के लिए शोक जाहिर कर रहे हैं. सिद्धांत टीवी के पॉपुलर एक्टर रहे हैं. इन दिनों वह दंगल चैनल पर टीवी शो ‘कंट्रोल रूम’में नजर आ रहे थे. इससे पहले एक्टर ने कई हिट शोज में काम किया था. सिद्धांत को ‘कुसुम’, ‘रिश्तों में कट्टी बट्टी’, ‘ममता’, ‘जिद्दी दिल जैसे कई शो में देखा गया था.
पर्सनल लाइफ की बात करें तो सिद्धांत की फैमिली में उनके दो बच्चे हैं और एक पत्नी अलीशा राउत हैं. उन्होंने दो बार शादी की थी, पहली पत्नी से तलाक के बाद सिद्धांत ने सुपर मॉडल अलीशा से शादी कर ली थी.
MBBS seats : मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने नीट यूजी काउंसलिंग 2022 से 22 सीटें वापस ले ली हैं। एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर उम्मीदवारों के लिए इस संबंध में आधिकारिक नोटिस जारी कर दिया गया है। दरअसल मेडिकल काउंसलिंग कमिटी ने चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल सरकारी मेडिकल कॉलेज, दुर्ग की मान्यता रद्द कर दी है। मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द होने के बाद ही सीट मैट्रिक्स से इसकी सीटें हटा दी गई हैं। नोटिस में कहा गया है कि अब यह मेडिकल कॉलेज डीजीएचएस के एमसीसी द्वारा करवाई जा रही ऑल इंडिया नीट यूजी काउंसलिंग 2022 में हिस्सा नहीं ले सकेगा।
जिन अभ्यर्थियों ने चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का ऑप्शन भरा था, उन्हें चॉइस फिल करने का एक और मौका मिल सकता है। नीट यूजी काउंसलिंग राउंड चॉइस फिलिंग और लॉकिंग विंडो 8 नवंबर रात 11.55 तक खुली है। सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया 9 नवंबर से 10 नवंबर 2022 तक चलेगी।
चॉइस फिल करने की अंतिम तिथि 8 नवंबर 2022 है। इंटरनल उम्मीदवारों की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 7 नवंबर से 8 नवंबर तक होगी। सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया 9 नवंबर से 10 नवंबर 2022 तक होगी। रिजल्ट 11 नवंबर को जारी होगा।
एनटीए जल्द करेंगी NEET- UG 2023 परीक्षा के तारीखों की घोषणा
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET 2023 ) की परीक्षा तिथि की घोषणा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) जल्द जारी करेगी। परीक्षा से जुड़ी सभी अपडेट पाने के लिए नीट की आधिकारिक वेबसाइट www.neet.nic.in चेक करते रहें। अब तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक उम्मीद है कि NEET UG 2023 के लिए आवेदन प्रक्रिया मार्च, 2023 में शुरू हो जाएगी। NEET प्रवेश परीक्षा के जरिए आप भारत के किसी भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं।
University of Hyderabad Recruitment 2022: हैदराबाद विश्वविद्यालय ने रोजगार समाचार (05 नवंबर-11 नवंबर 2022) 2022 में 38 फैकल्टी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार ध्यान दें कि उन्हें 17 नवंबर 2022 को या उससे पहले आवश्यक डॉक्यूमेंट्स के साथ आवेदन फॉर्म की हार्ड कॉपी भेजनी होगी। ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 10 नवंबर 2022 है। आवेदन करने से पहले भर्ती से जुड़ी जानकारी पढ़ लें।
38 फैकल्टी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। जिसके माध्यम से प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर औरअसिस्टेंट प्रोफेसर सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली गई है।
जानें- शैक्षणिक योग्यता
– संबंधित/संबद्ध/प्रासंगिक विषय में मास्टर/पीएचडी डिग्री।
– शैक्षिक योग्यता / अनुभव और अन्य उम्मीदवारों के विवरण के लिए नीचे दिए गए हैदराबाद भर्ती 2022 का आधिकारिक नोटिफिकेसन चेक करने की सलाह दी जाती है।
आवेदन करने की आखिरी तारीख: इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इन पदों के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://uohyd.ac.in/ के माध्यम से 10 नवंबर 2022 तक या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक डॉक्यूमेंट्स के साथ आवेदन फॉर्म की हार्ड कॉपी जमा करने की अंतिम तिथि 17 नवंबर 2022 है।
DESK: दिल्ली में हवा लगातार लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। ऐसे में लगातार बच्चों के स्कूल बंद करने की मांग उठाई जा रही थी क्योंकि नोएडा में आठवीं तक के स्कूल को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि पांच नवंबर यानी कल से प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। राजधानी की बिगड़ती आबोहवा को लेकर केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हम प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।
सीएम केजरीवाल का कहना है कि राजधानी में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए वाहनों पर ऑड-इवन लागू करने पर विचार किया जा रहा है। वहीं प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। इससे पहले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से आग्रह किया था कि जबतक प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं होता तबतक निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी करें।
दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर बीजेपी की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को आप सरकार से दिल्ली में सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश देने की मांग की। दिल्ली बीजेपी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘आप’ सरकार बच्चों के जीवन से खिलवाड़ बंद करते हुए सभी स्कूल को बंद करे। पूनावाला ने कहा, ‘दिल्ली के अंशकालिक मुख्यमंत्री की तरह काम कर रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोगों को बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने शहर में प्रदूषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं।