Tunisha Sharma Death Case: तुनिषा शर्मा केस में ‘अली बाबा दास्तान ए काबुल’ के लीड एक्टर शीजान खान न्यायिक हिरासत में हैं. पुलिस इस मामले में उनसे लगातार पूछताछ कर रही हैं. शीजान ने जमानत के लिए याचिका दायर की थी, जिसे वसई कोर्ट ने खारिज कर दी है. कोर्ट का मानना है कि अगर शीजान को जमानत देने पर केस प्रभावित हो सकता है.
तुनिषा से आखिरी बार मिलने वाला शख्स था शीजान
कोर्ट ने माना कि 15 दिसंबर के दिन ब्रेकअप के बाद शीजान खान और तुनिषा शर्मा का रिश्ता टूट गया था. फिर दूसरे दिन तुनिषा को पैनिक अटैक आया था. ये बात भी सामने आई कि तुनिषा की मौत के पहले प्रत्यक्ष तौर पर मिलने वाला आखिरी शख्स शीजान खान ही था.
इस वजह से नहीं मिली जमानत
कोर्ट ने ये भी माना कि ब्रेकअप के बाद तुनिषा तनाव और डिप्रेशन में थीं. सीसीटीवी फुटेज में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि तुनिषा मौत से पहले शीजान के कमरे में थीं. यदि केस के इस स्टेज पर शीजान को जमानत देते हैं, तो केस प्रभावित हो सकता है. इसलिए कोर्ट ने आरोपी शीजान खान की जमानत खारिज कर दी.
DESK: राजनीति में कबीर शरद यादव अब हमारे बीच नहीं हैं. 75 साल की उम्र में उनका गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में गुरुवार रात निधन हो गया. सत्तर के दशक में जयप्रकाश नारायण ने जब देशव्यापी आंदोलन छेड़ा, तो इससे शरद यादव, लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव उभरे. लोहिया और समाजवादी विचारों से प्रभावित तीनों यादव नेताओं का देश की सियासत में दशकों तक बोलबाला रहा.
सत्तर के दशक में शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव उभरे. तीनों ही नेताओं के राजनीतिक योगदान और उनके कद का अंदाजा भले आज की पीढ़ी को न हो, लेकिन गैर-कांग्रेसी सरकारों में ये पावरफुल नेता माने जाते थे. इन तीनों ही नेताओं ने अलग-अलग राज्यों से अपनी सियासी पारी का आगाज किया था और फिर एक साथ खड़े होकर एक-दूसरे के लिए सियासी सहारा बने, लेकिन वक्त आने पर एक-दूसरे के टांग खींचने से भी पीछे नहीं हटे. इसी चक्कर में मुलायम सिंह यादव देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सके.
शरद यादव ने मध्य प्रदेश के एक मध्यवर्गीय परिवार से निकलकर अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था और जनता दल परिवार की सियासत के चाणक्य कहलाए. वहीं, बिहार में जन्मे लालू यादव का बचपन गरीबी-मुफलिसी में गुजरा और एक समय बाद उन्होंने सूबे की सियासत की बुलंदी को छुआ. वहीं, उत्तर प्रदेश के एक किसान परिवार में जन्मे मुलायम सिंह यादव भी समाजवादी राजनीति के पुरोधा रहे. इस तरह तीनों ही नेता समाजवादी विचारधारा से बंधे रहे, जिसके चलते इन्हें गुरुभाई कहा जाता था, क्योंकि ये तीनों नेता जयप्रकाश नारायण के शिष्य थे.
ऐसे बढ़ा था शरद यादव का कद
चौधरी चरण सिंह के नजदीकी होने के चलते शरद यादव अस्सी के दशक में चौधरी देवीलाल के भी बेहद करीब हो गए थे. इस तरह से शरद यादव का राजनीतिक जीवन में दूसरा अहम मोड़ 1989 में आया, जब वो जनता दल के टिकट पर बदायूं सीट से लोकसभा में पहुंचे और वीपी सिंह की सरकार में कपड़ा मंत्री बने. शरद उस समय तक जनता दल की केंद्रीय सियासत में बड़े कद के नेता बन चुके थे तो मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव अपने-अपने राज्यों में सियासी जड़े जमाने में लगे थे.
1986 में राज्यसभा के रास्ते संसद में पहुंचे
संजय गांधी की मौत के बाद 1981 में अमेठी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए. कांग्रेस से राजीव गांधी चुनाव मैदान में थे तो उनके खिलाफ चौधरी चरण सिंह ने शरद यादव को उतारा था. अमेठी उपचुनाव में शरद यादव को चुनाव मैदान में उतारने के पीछे नाना भाई देशमुख की सलाह थी. अमेठी में राजीव गांधी से भले ही शरद यादव जीत नहीं पाए, लेकिन यादव समाज की सियासी ताकत को देखते हुए उन्होंने यूपी को ही अपनी कर्मभूमि बना लिया. 1984 में चौधरी चरण सिंह ने शरद यादव को बदायूं से लड़ाया. लेकिन वहां भी वे हारे, हालांकि शरद यादव 1986 में राज्यसभा के रास्ते संसद में पहुंचे.
शरद यादव ने ऐसे बढ़ाई बिहार की सियासत में दखल
मंडल कमीशन लागू होने के बाद शरद यादव ने बिहार को अपनी सियासी कर्मभूमि बनाना शुरू कर दिया था. पटना के गांधी मैदान में मंडल कमीशन के समर्थन में एक रैली की थी और उन्होंने जज्बाती भाषण दिया था. इसके बाद शरद यादव 1991 का लोकसभा चुनाव मधेपुरा सीट से लड़े और सांसद बने. शरद यादव की बिहार की सियासत में दखल बढ़ने लगा तो लालू को सियासी बेचैनी भी पैदा होने लगी.
शरद यादव ने नीतीश कुमार से सुधारे थे संबंध
1998 के लोकसभा चुनाव में मधेपुरा सीट पर लालू प्रसाद यादव के लिए अहम था, क्योंकि शरद यादव एनडीए उम्मीदवार के तौर पर उन्हें चुनौती दे रहे थे. लालू ने शरद की चुनौती को गंभीरता से नहीं लिया, जबकि शरद यादव लगातार दावा कर रहे थे कि इस चुनाव में वे साबित कर देंगे कि बिहार में वे यादवों के सबसे बड़े नेता हैं. लालू प्रसाद यादव को शरद यादव ने हराकर यह तो साबित कर दिया कि बिहार में उनकी पकड़ खत्म नहीं हुई. इस दौरान शरद यादव ने नीतीश कुमार से अपने संबंध सुधारे और लालू प्रसाद यादव के सामने उनको बढ़ाने का फैसला लिया.
जब नीतीश कुमार ने शरद यादव को पार्टी से निकाला
शरद यादव और नीतीश कुमार 2003 में एक साथ आए गए. शरद-नीतीश की जोड़ी ने दो साल बाद हुए बिहार विधानसभा चुनाव में लालू यादव की पार्टी बिहार की सत्ता से बेदखल कर दिया. 2003 से 2016 तक शरद यादव जेडीयू के अध्यक्ष और एनडीए के संयोजक भी रहे. हालांकि, 2017 नीतीश कुमार ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में शरद यादव को पार्टी से बाहर निकाल दिया और उन्हें राज्यसभा की सदस्यता भी गंवानी पड़ी. शरद यादव ने अपनी पार्टी बनाई, लेकिन कोई असर नहीं दिखा सके.
High Cholesterol Health Tips: अगर आपकी डाइट अच्छी है तो लंबे समय तक बीमारियों से बचा जा सकता है। खानपान से जुड़ी गलतियां कई बार हमारे लिए मुश्किलें पैदा करती है। गलत खानपान से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। इससे दिल की बीमारी होने का खतरा बना रहता है।
फ्राइड फूड्स- बाजार में मिलने वाले फ्राइड फूड्स हर किसी को पसंद होता है। एक्सपर्ट के अनुसार, कुरकुरे, चिप्स और अन्य प्रकार के फ्राइड फूड्स से दूर रहना चाहिए। इसे खाने से शरीर में ओवर कैलोरी की समस्या बढ़ती है। तैलीय पदार्थ को खाने से High Cholesterol की मात्रा शरीर में बढ़ती है।
बेक्ड फूड- कुकीज और पेस्ट्री जैसी चीजें बच्चों से लेकर बड़ों तक पसंद होती है। इनको बनाने में मक्खन और शुगर का इस्तेमाल होता है। यह खाना खरीर के लिए बिलकुल अच्छा नहीं होता है। इसे खाने से शरीर में कोलेस्ट्रोल का लेवल हमेशा बढ़ा हुआ रहता है।
रेड मीट- रेड मीट का सेवन कोलेस्ट्रोल के लिए हमेशा खराब मानी जाती है। रेड मीट में सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है। यदि आपको खाने का मन है तो इसे कभी-कभी सीमित मात्रा में खा सकते हैं। रेड मीट का ज्यादा सेवन High Cholesterol की समस्या को बढ़ाता है। रेड मीट की जगह चिकन, फिश और बीन्स का सेवन कर सकते हैं।
प्रोसेस्ड मीट- कुकीज और पेस्ट्री खाने में भले ही बहुत अच्छा होता है लेकिन यह हाई कोलेस्ट्रोल की समस्या को बढ़ाता है। प्रोसेस्ड मीट में वसायुक्त हिस्सों का ही इस्तेमाल होता है। इसमें कोलेस्ट्रोल और सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है जो दिल की सेहत के लिए ठीक नहीं होता है।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में एक शख्स के हिंदू धर्म अपनाने और आरिफ से आनंद बनने की घटना सामने आई है। बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद की शौर्य यात्रा कार्यक्रम के दौरान राज राजेश्वरी मंदिर परिसर में विधि व्यवस्था के साथ व्यक्ति ने धर्म परिवर्तन करवाया है। सिर मुंडवाने के बाद आरिफ ने भगवा वस्त्र धारण कर लिया। आरिफ ने बताया कि वह लंबे समय से सनातन धर्म से प्रभावित थे, लेकिन अब उन्होंने पूरी तरह से हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया है।उनके इस फैसले के पीछे किसी तरह का कोई दबाव नहीं है और न ही वह किसी से डरते हैं।
मां राजेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित शौर्य यात्रा समारोह में सनातन धर्म अपनाने वाला युवक आरिफ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में शामिल हुआ। इस दौरान बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने धर्म पालन के संबंध में आवश्यक जानकारी लोगों को दी। शाजापुर जिले में सनातनी बनने की यह पहली घटना है।
घटना शाजापुर जिले के शुजालपुर की है। यहां रहने वाले आरिफ ने कुछ दिन पहले एक हिंदू महिला से रजिस्टर्ड मैरिज की थी। आरिफ के महिला को लेकर शाजापुर जिला अदालत पहुंचने की सूचना मिलने पर यहां हिंदूवादी संगठन के लोगों ने हंगामा कर दिया। लालघाटी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराने के लिए दोनों को थाने ले आई।
आरिफ ने कहा कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और इसलिए शादी कर रहे हैं, लेकिन हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने शख्स के खिलाफ लव जिहाद का मामला दर्ज करने की भी मांग की। हालांकि महिला के शादी के लिए राजी होने के बाद मामला शांत हो गया। महिला ने पुलिस और हिंदुत्व संगठन को बताया कि वह शादीशुदा है, लेकिन उसका पति उसे प्रताड़ित करता है, इसलिए वह आरिफ के साथ रहना चाहती है। महिला उसके पास खड़ी थी। इसलिए लड़के ने भी उसके लिए सनातनी बनने की बात कही।
इंदौरी पोहा रेसिपी : ब्रेकफास्ट के तौर पर पोहे को काफी पसंद किया जाता है. बात इंदौरी पोहे की हो तो इसका नाम सुनकर ही कई लोगों के मुंह में पानी आने लगता है. स्वाद के मामले में लाजवाब इंदौरी पोहे पाचन के लिहाज से भी काफी हल्के होते हैं. इसमें हल्का मीठा स्वाद और प्याज, हरे धनिया और नींबू रस का फ्लेवर खाने वाले के मुंह में अनूठा स्वाद घोल देता है. इंदौरी पोहे की खासियत है कि बच्चे हों या बुजुर्ग इसे सभी लोग काफी चाव से खाते हैं.
आप भी अगर इंदौरी पोहे के शौकीन हैं और अपने घर पर इंदौरी पोहे का जायका लेना चाहते हैं तो हमारी बताई विधि की मदद से आप इसे आसानी से तैयार कर सकते हैं. पोहे को ब्रेकफास्ट के अलावा बच्चों के टिफिन बॉक्स में भी रखा जा सकता है. आइए जानते हैं इंदौरी पोहा बनाने की आसान रेसिपी.
इंदौरी पोहे बनाने की विधि
स्वाद से भरपूर इंदौरी स्टाइल के पोहे बनाने के लिए सबसे पहले पोहे लेकर उन्हें पानी से 2 से 3 बार अच्छी तरह से धो लें. फिर भीगे पोहे छलनी पर रखें और उसका पानी निकलने दें. इस बीच प्याज, हरी मिर्च और हरा धनिया बारीक काट लें. अब एक कड़ाही लेकर उसमें तेल डालें और मीडियम आंच पर गर्म करें. जब तेल गर्म हो जाए तो राई, धनिया बीज, सौंफ, हींग डालकर चटकाएं.
Lifestyle: खाने के बाद थकान महसूस करना या किसी काम में मन लगाना आम बात हैं । एक व्यक्ति विशेष रूप से थका हुआ महसूस कर सकता है। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि उसने क्या, कब और कितना खाया।
आज हम कुछ कारणों के बारे में ही बततयेंगे, कि क्यों एक व्यक्ति भोजन के बाद थकान महसूस करता है, और इसे कैसे रोका जा सकता है। प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ लोगों को अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में नींद का अहसास करा सकते हैं।
कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि खाने के बाद व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है क्योंकि उसका शरीर अधिक सेरोटोनिन का उत्पादन कर रहा होता है। सेरोटोनिन एक रसायन है जो मूड और नींद के चक्र को विनियमित करने में भूमिका निभाता है।
ट्रिप्टोफैन नामक एक एमिनो एसिड, जो कई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों में होता है, शरीर को सेरोटोनिन का उत्पादन करने में मदद करता है। कार्बोहाइड्रेट शरीर को ट्रिप्टोफैन को अवशोषित करने में मदद करते हैं।
इन कारणों से, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट दोनों से भरपूर भोजन करने से व्यक्ति को नींद आने लगती है। ट्रिप्टोफैन उन खाद्य पदार्थों में होता है जो प्रोटीन से भरपूर होते हैं।
ये है वे खाद्य पदार्थ जो उच्च प्रोटीन इसमें शामिल है:
सैल्मन
मुर्गी पालन
अंडे
पालक
बीज
दूध
सोया उत्पाद
पनीर
उच्च स्तर के कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:
पास्ता
चावल
सफेद रोटी और पटाखे
केक, कुकीज़, डोनट्स और मफिन
भुट्टा
दूध
चीनी और कैंडी
लोग अक्सर सोने से पहले प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के संयोजन का सेवन करते हैं, जैसे दूध के साथ कुछ अनाज युक्त
Lifestyle: चेहरे पर पिंपल्स निकल जाए तो खूबसूरती में दाग लग जाता है लेकिन कुछ ऐसे पिंपल्स होते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते स्किन के नीचे होते हैं और यह स्किन की सरफेस के नीचे लंबे समय तक बने रह सकते हैं. इसके कारण आप दर्द और सूजन का अनुभव कर सकते हैं, हालांकि इन पिंपल्स को दूर से नोटिस नहीं किया जा सकता लेकिन स्किन के सरफेस पर आप खुद महसूस कर सकते हैं.
अन्य मुहासे की तरह इस पिंपल के हेड नहीं होते, यह दूर से नहीं दिखता लेकिन हाथ से छूने के बाद पता चलता है.इसे हम ब्लाइंड पिंपल के नाम से जानते हैं, त्वचा पर यह हो जाए तो स्किन धीरे-धीरे डैमेज होने लगती है जो खूबसूरती को खराब कर सकते हैं, यह जल्दी ठीक भी नहीं होता है.
दबाएं-ब्लाइंड पिंपल हो जाए तो इससे दबाएं या फोड़ने की कोशिश नहीं करें, इससे स्किन पर दाग के निशान हो सकते हैं, लेकिन पिंपल ठीक नहीं होंगे, ऐसा करने से पिंपल और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं.
वॉर्म कंप्रेस करें-इस तरह के पिंपल को ठीक करने के लिए गर्म पानी से सिकाई करना जरूरी है, इस्तेमाल के लिए कॉटन का कपड़ा ले और गर्म पानी में डालकर निचोड़ लें.फिर जितने सहने की शक्ति है उतना गरम कपड़ा लगाएं और प्रभावित जगह पर सेके. सिकाई के बाद यह जरूर सुनिश्चित करें कि आप इस भाग को बिल्कुल साफ रखें.
टी ट्री ऑयल-टी ट्री ऑयल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पिंपल के कारण होने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं. यह माइल्ड से मॉडरेट पिंपल को ठीक करने में फायदेमंद है, इसका प्रयोग आप किसी फेशियल ऑयल में मिलाकर कर सकते हैं चाहे तो दिन में 2 बार इस ऑयल का प्रयोग करें.
बर्फ लगाएं- गर्मी के दिन में यह समस्या हो गई है और इसमें जलन महसूस हो रही है तो तुरंत निजात पाने के लिए आप इस पर बर्फ लगा सकती हैं इससे झटपट आराम मिल सकता है.
स्टीम लें- ब्लाइंड पिंपल से छुटकारा पाने के लिए स्टीम ले सकती हैं,इससे स्किन के पोर्स खुलते हैं और गंदगी बाहर आती है. ध्यान रहे कि पिंपल में हाथ नहीं लगाए.
चेहरा साफ करें-पिंपल्स अंदर के डिटॉक्सिंस के अलावा बाहर के पॉल्यूशन की वजह से ज्यादा होते हैं, इसलिए चेहरा हमेशा क्लीन रखें दिन में तीन से चार बार चेहरा पानी से धोएं.
Eggless Omelette Recipe: लोग अंडे वाला आमलेट ही खाते हैं और ये मानकर चला जाता है कि आमलेट एक नॉनवेजेटेरियन फूड डिश है. आप अगर शाकाहारी हैं तो एगलेस आमलेट का लुत्फ उठा सकते हैं. स्वाद से भरपूर एगलेस आमलेट नाश्ते में बनाकर खाया जा सकता है और ये काफी टेस्टी भी होता है. इस डिश को बनाने के लिए बेसन या फिर आटे का इस्तेमाल किया जा सकता है. एगलेस आमलेट की रेसिपी बच्चों को भी काफी पसंद आएगी.
एगलेस आमलेट बनाना काफी आसान है और ये रेसिपी 5 मिनट में ही बनकर तैयार हो सकती है. सुबह के बिजी शेड्यूल के बीच मिनटों में तैयार होने वाला एगलेस आमलेट आप भी बना सकते हैं. आइए जानते हैं इस रेसिपी को बनाने की आसान विधि.
एगलेस आमलेट बनाने की विधि
एगलेस आमलेट बनाने के लिए सबसे पहले प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और हरा धनिया बारीक-बारीक काट लें. इसके बाद एक बड़ी मिक्सिंग बाउल में बेसन डाल दें. इसमें कटी हुई प्याज, हरी मिर्च, टमाटर डालकर मिक्स करें. इसके बाद इस मिश्रण में हरा धनिया, काली मिर्च पाउडर और अजवाइन डालकर मिलाएं. मिश्रण में स्वादानुसार नमक डालने के बाद थोड़ा-थोड़ा कर पानी डालते हुए पतला घोल तैयार कर लें.
Lifestyle: कोरोना महामारी में लोग अपनी सेहत का जितना ख्याल रख रहे हैं शायद ही कभी रखा हो. ऐसे में बहुत सारे लोग अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं. रोज की भाग-दौड़ के चक्कर में अपने शरीर को फिट रखना लोग भूल ही गए हैं. हम अपनी सेहत को नजरअंदाज कर रहे हैं लेकिन आगे चलकर इसका खामियाजा हमें ही भुगतना पड़ता है. आज हम आपको कुछ अच्छी आदतों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं. इससे आप लंबे समय तक बीमारियों से दूर रहेंगे और एकदम फिट भी रहेंगे.
1- नाश्ता है जरूरी
ये बात हम सभी को पता है कि सुबह का खाना हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. ऐसे में नाश्ता हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. हर दिन नाश्ता करने वाले लोग स्वस्थ रहते हैं और अपने काम में बेहतर करते हैं. सुबह हेल्दी नाश्ता करने की आदत आपके बच्चों को भी फिट रखती है. इसलिए आपको सुबह नाश्ता करने की आदत जरूर अपने रुटीन में शामिल रखनी चाहिए.
2- खाने की योजना बनाएं
हमेशा अपने खाने की योजना बनाएं. इससे आपको पता होगा कि आपको पूरे दिन कब और क्या खाना है. इसके लिए पहले से सोच लें. इसका फायदा ये है कि आपका समय और पैसा दोनों की वचत होगी. आप अपनी जरूरत के हिसाब से सामान मंगा सकेंगे. जैसे अगर आपको वजन कम करना है तो चीनी, वसा, या कार्ब्स में आपको कमी करनी होगी. आपको अपनी डाइट में प्रोटीन या विटामिन ज्यादा लेने चाहिए. तो इससे आपका वजन भी कंट्रोल रहेगा और आप स्वस्थ रहेंगे.
3- भरपूर पानी है जरूरी
स्वस्थ रहने के लिए आपको भरपूर पानी पीना जरूरी है. आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना है. इसका फायदा ये है कि आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी. अगर आप शुगर ड्रिंक्स लेते हैं तो इससे मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए आपको इनके बचना चाहिए. आप पानी, नूंबी पानी, शुगर फ्री जूस, नारियल पानी जैसे पेय पदार्थ पी सकते हैं. और ज्यादा फल खाएं.
4- खुद को टेंशन फ्री रखें
स्वस्थ रहने के लिए आपको टेंशनफ्री रहने की जरूरत है. तनाव से हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए कोशिश करें कि खुद को कहीं व्यस्त रखें. कुछ नया सीखने की कोशिश करें. अपने दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए आप ऑनलाइन डांस क्लास ज्वाइन कर सकते हैं. व्यायाम में खुद को व्यस्त रख सकते हैं. इससे आप मानसिक तौर पर तनाव से मुक्त रहेंगे. इससे आगे चलकर अल्जाइमर का खतरा भी कम हो जाता है.
5- अच्छी नींद है जरूरी
स्वस्थ रहने के लिए खाने के साथ अच्छी नींद भी बहुत जरूरी है. भरपूर नींद लेने से मूड और याददाश्त अच्छी रहती है. अच्छी नींद लेने से लंबे समय में हृदय रोग का जोखिम कम हो जाता है. आपको अपनी नींद का समय तय कर लेना चाहिए. इससे आपको सोने और जागने में परेशानी नहीं होगी.
Vegetarian Food: शाकाहारी फूड्स का सेवन स्वस्थ रहने के लिए और अच्छी जीवनशैली के लिए जरूरी होता है। हेल्दी रहने के लिए आप नियमित रूप से कई तरह के शाकाहारी फूड्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये शाकाहारी फूड्स आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। शाकाहारी फूड्स में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे कई तरह के स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती है। आइए जानते हैं वो कौन से फूड्स हैं जिसे आप डाइट में शामल कर सकते हैं।
दाल
दाल प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है। इसके साथ-साथ इसमें घुलनशील फाइबर भी होता है। विटामिन बी से युक्त दाल का सेवन करने से पाचन तंत्र सही रहता है। दाल का सेवन प्रोटीन की कमी को दूर करता है। रोजाना दाल खाना हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
हरे पत्तेदार सब्जियां
हरे पत्तेदार सब्जियों में पालक, ब्रोकली, केल इत्यादि शामिल होते हैं। इनमें आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ-साथ इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है। कैल्शियम का अधिक लाभ लेने के लिए इसमें नींबू डालकर सेवन करें।
बीन्स
बीन्स में आयरन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बीन्स का सेवन नियमित रूप से करने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। बीन्स खाने से शरीर को अच्छी मात्रा में पोटैशियम, जिंक, विटामिन बी और कैल्शियम प्रदान करती है।
लहसुन
लहसुन में एलिसिन नामक कंपाउड होता है. इसमें मैंग्नीज, विटामिन बी 6, विटामिन सी, सेलेनियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. ये कई बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं. ये डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल में रखता है. ये इम्युनिटी को बढ़ाने में भी मदद करता है.
टोफू
टोफू सोया दूध का इस्तेमाल करके बनाया जाता है. ये प्रोटीन, जिंक और आयरन से भरपूर होता है. इसमें कैल्शियम और ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है. इसका सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. ये हड्डियों को मजबूत बनाता है. ये विटामिन डी का भी अच्छा स्त्रोत है. ये कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है.