Category Archives: Uncategorized

जगदीप धनखड़ बने भारत के 14वें उपराष्ट्रपति, निर्वाचन आयोग ने जारी किया प्रमाण पत्र…

DESK :  निर्वाचन आयोग ने देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को चुने जाने की घोषणा करते हुए रविवार को एक प्रमाण जारी कर दिया. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने जगदीप धनखड़ के लिए जारी निर्वाचन प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर किए.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

निर्वाचन आयोग ने बताया कि वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ प्रधान सचिव नरेंद्र एन बुटोलिया ने प्रमाण पत्र की एक हस्ताक्षरित प्रति केंद्रीय गृह सचिव को सौंपी. यह प्रति 11 अगस्त को नए उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के समय पढ़ी जाएगी. निवर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया है. उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में शनिवार को विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को पराजित किया. एकतरफा मुकाबले में धनखड़ को कुल 528 मत मिले, जबकि अल्वा को सिर्फ 182 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. इस चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किया, जिनमें से 710 वोट वैध पाए गए, 15 मतपत्रों को अवैध पाया गया.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें बधाई दी. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 55 सांसदों ने वोटिंग के अधिकार का प्रयोग नहीं किया. इनमें से टीएमसी के 34 सांसद शामिल थे. हालांकि टीएमसी के दो सांसदों ने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के आदेश के बावजूद वोटिंग में हिस्सा लिया. ये नाम शिशिर और दिव्येंदु अधिकारी के हैं.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

इसके अलावा एसपी और शिवसेना के 2 और बीएसपी के 1 सांसद ने भी वोटिंग नहीं की. भाजपा के 2 सांसदों सनी देओल और संजय धोत्रे ने भी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वोटिंग से किनारा किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण पीपीई किट पहनकर संसद भवन पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

पोती के जन्म पर ससुराल वालो ने बहू का किया भव्य स्वागत – ‘लाडो इस देश में ऐसे आंगन में जरूर आना’…

DESK : जहाँ एक तरफ देश में बेटियों के जन्म पर सवाल उठाते है.और ताने मारते थे तो वही इस रूढ़िवादी समाज के मुँह पर बड़ा चमटा मरता नजर आया बिहार का ये जिला कटिहार जो की बिहार के सबसे पिछड़े सीमांचल इलाका में से एक है तो वही आपको एक ऐसी खबर से रूबरू करवा रहे हैं.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

जिसे सुनकर और देख कर आप भावुक हो जाएंगे।जी है जहा एक परिवार में बेटी के जन्म की खुशी में पुत्रवधू और पौत्री को डोली में बैठाकर लाया गया। ससुराल में ऐसे स्वागत को देखा पुत्रवधू बेहद भावुक नजर आई। इस दौरान पूरा माहौल एक उत्सव के रूप में नजर आया।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मेरा देश बदल रहा है,सच में कल तक जो रूढ़िवादी समाज बेटियों के जन्म पर सवाल उठाते थे और ताने मारते थे आज उसी समाज से एक ऐसा तस्वीर सामने आयी है जो बदलते बिहार में महिला सशक्तिकरण का नारा कितना बुलंद हुआ है उसे कुछ हद तक साबित करने के लिए एक बेहतर नजीर बन सकता है।

सोनिया गांधी को इसमें नहीं घसीटो-बोले लोग सभा संसद अधीर रंजन चौधरी,माफी मांगेंगे…

DESK : कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से माफी मांगने के लिए तैयार हो गए हैं। साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को नहीं घसीटने की अपील की है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रपति का अपमान करने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। यह सिर्फ एक गलती थी। अगर राष्ट्रपति को बुरा लगा तो मैं व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलूंगा और माफी मांगूंगा। वे चाहें तो मुझे फांसी दे सकते हैं। मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं, लेकिन सोनिया गांधी को इसमें क्यों घसीटा जा रहा है?”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

सोनिया के साथ बीजेपी सांसदों की तीखी बहस
अधीर रंजन के बयान पर संसद के दोनों सदनों में बीजेपी ने जमकर बवाला काया है। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद संसद के बाहर सोनिया गांधी और स्मृति इरानी की तीखी बहस हुई। सोनिया गांधी जब भाजपा की सांसद रमा देवी के पास आईं और उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

रुपया 80 पार?, देश में युवा बेरोजगार? राहुल गांधी बोले- देश के ‘राजा’ से हैं 10 सवाल… जानिए क्या है सवाल

DESK :  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि महंगाई एवं बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े विषयों पर सवाल पूछने के कारण ‘राजा’ ने कई सांसदों को गिरफ्तार और निलंबित करवा दिया। राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘मानसून सत्र में हम प्रधानमंत्री जी से जनता के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे। जनता के कई सवाल थे जिनके जवाब प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को देने थे। लेकिन उनकी तानाशाही देखिए, सवाल पूछने पर प्रधानमंत्री इतने नाराज़ हो गए कि 57 सांसदों को गिरफ़्तार करवा दिया और 23 को निलंबित।”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

कांग्रेस नेता ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ का विरोध कर रहे पार्टी सांसदों को हिरासत में लिए जाने तथा संसद के दोनों सदनों में महंगाई एवं जीएसटी पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने वाले 20 से अधिक सांसदों के निलंबन का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ख़ैर, जो सवाल पूछने नहीं दिए जा रहे, वो यहां ‘राजा’ से पूछ रहा हूं। 45 वर्षों में आज सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी क्यों है? हर साल 2 करोड़ रोज़गार देने के वादे का क्या हुआ? जनता के रोज़मर्रा के खाने-पीने की चीज़ों जैसे दही-अनाज पर जीएसटी लगा कर, उनसे दो वक़्त की रोटी क्यों छीन रहे हैं? खाने का तेल, पेट्रोल-डीज़ल और सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं, जनता को राहत कब मिलेगी?”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राहुल ने यह सवाल भी किया, ‘‘डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमत 80 पार क्यों हो गई? सेना में 2 सालों से एक भी भर्ती नहीं करके, सरकार अब ‘अग्निपथ’ योजना लायी है, युवाओं को 4 साल के ठेके पर ‘अग्निवीर’ बनने पर मजबूर क्यों किया जा रहा है? लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन की सेना, हमारी सीमा में घुस चुकी है, आप चुप क्यों हैं और आप क्या कर रहे हैं?”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राहुल गांधी ने पूछा, ‘‘फसल बीमा से बीमा कंपनियों को 40,000 रुपये करोड़ का फायदा करवा दिया, मगर 2022 तक किसानों की ‘आय दोगुनी’ करने के अपने वादे पर चुप, क्यों? किसान को सही एमएसपी के वादे का क्या हुआ? और किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को मुआवज़ा मिलने का क्या हुआ?” उन्होंने सवाल किया, ‘‘वरिष्ठ नागरिकों के रेल टिकट में मिलने वाली 50 प्रतिशत छूट को बंद क्यों किया? जब अपने प्रचार पर इतना पैसा खर्च कर सकते हैं तो, बुज़ुर्गों को छूट देने के लिए पैसे क्यों नहीं हैं?

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

केंद्र सरकार पर 2014 में 56 लाख करोड़ रुपये कर्ज़ था, वो अब बढ़ कर 139 लाख करोड़ रुपये हो गया है, और मार्च 2023 तक 156 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा, आप देश को कर्ज़ में क्यों डुबो रहे हैं?” कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सवालों की सूची बहुत लंबी है, लेकिन पहले प्रधानमंत्री जी मेरे इन 10 सवालों का जवाब दे दें। कांग्रेस पार्टी को डराने-धमकाने से आपकी जवाबदेही ख़त्म नहीं हो जाएगी, हम जनता की आवाज़ हैं और उनके मुद्दे उठाते रहेंगे।”

एक के लिए मोहब्बत तो दूजे के लिए नफरत?- कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा, सड़क पर नमाज क्यों नहीं…बोले Owaisi

DESK : उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों पर फूल बरसाए जाने और प्रशासन की ओर से स्वागत करने पर असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यदि कांवड़ियों के लिए ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सकता है तो फिर नमाज से ही क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि ऐसा है तो फिर हमें भी नमाज पढ़ने दी जाए। आर्टिकल 25 के तहत सभी को धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार है। लुलु मॉल में नमाज पर ऐक्शन हुआ, जबकि 18 सेकेंड में यह खत्म हो जाती है। नमाज पढ़ने से किसी को क्या नुकसान हो जाता है। यह तो एक समुदाय से भेदभाव का मामला है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

ओवैसी ने कहा कि इस तरह से आप एक समुदाय से भेदभाव कर रहे हैं, जो संविधान के खिलाफ है। इस पर भाजपा वाले आर्टिकल 25 का हवाला देंगे, लेकिन फिर यह भी बताएं कि नमाज पढ़ने से किसे दिक्कत है और उन्हें क्या नुकसान हो रहा है। यदि आपका नारा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है तो इस तरह का काम उसके मुताबिक तो नहीं है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उन्होंने अखबार की कटिंग शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘पुलिस ने पंखुड़ियां बौछार की। कांवड़ियों का झंडों से इस्तक़बाल किया, उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफ़क़त से पेश आए। दिल्ली पुलिस ने लोहारों को हटाने की बात की ताकि कांवड़िया नाराज़ न हो जाए। उत्तर प्रदेश की हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी। अगर इन पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए।’ उन्होंने इस बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा संविधान सेक्युलर है और वह किसी भी धर्म के प्रति नफरत या प्यार की बात नहीं ..

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

केशव प्रसाद बोले- तीर्थयात्रियों की सेवा करना परंपरा है

असदुद्दीन ओवैसी की टिप्पणियों पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी तो देशविरोधी बातें करते रहते हैं। उन्होंने कांवड़ियों के स्वागत को लेकर कहा कि यह तो भारत की परंपरा है। उन्होंने कहा,  ‘तीर्थयात्रियों की सेवा करना परंपरा है। सेवा का काम करने का सौभाग्य जिन्हें प्राप्त होता है, उसके सुख का अनुभव वे ही कर सकते हैं। वे देश का सौहार्द बिगाड़ने वाली भाषा बंद करें। वह एक सूत्रीय एजेंडा लेकर चल रहे हैं कि एक वोट बैंक खड़ा किया जाए। इस परंपरा को किसी के बयानों से रोका नहीं जा सकता।’

मतदाताओं को मुफ्त चुनावी उपचार बांटने पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, CJI ने माना बेहद गंभीर मुद्दा…

DESK. चुनाव से पहले पार्टियों द्वारा मुफ्त उपहार बांटने के खिलाफ कार्रवाई की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। भारत के मुख्य न्यायधीश ने इसे एक बहुत ही गंभीर मुद्दा बताया। इसके साथ ही सीजेआई की तरफ से केंद्र सरकार से स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए कदम भी उठाने को कहा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय ने एक याचिका दायर की जिसमें चुनाव आयोग को निर्देश देने की मांग की गई थी कि वह राजनीतिक दलों को चुनाव से पहले सार्वजनिक निधि से तर्कहीन मुफ्त का वादा करने या वितरित करने वाले दलों की मान्यता को रद्द किया जाए।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

President: द्रौपदी मु्र्मू को राष्ट्रपति बनाने के पीछे पीएम मोदी का बड़ा मास्टर स्ट्रोक, जानिए क्या है राजनीति

DESK : द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले चुकी हैं. वो जमीन से जुड़ी हैं, उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है और छवि बिल्कुल बेदाग है. आजादी के बाद पहला मौका है जब कोई आदिवासी समुदाय का व्यक्ति राष्ट्रपति के पद पर पहुंचा है. द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो दांव खेला है वो अहम है. वो जानते हैं कि एक आदिवासी महिला को देश के सर्वेच्च पद पर बैठाने का असर न केवल आदिवासी समुदाय पर होगा बल्कि उसके साथ-साथ देश की महिलाओं के एक बड़े तबके पर भी होगा. 2024 के लोकसभा चुनाव और उससे पहले होने वाले 18 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर देश के एक बड़े वोटबैंक को साधने की कोशिश की है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

बीजेपी की देश के 9 % ST वोटों पर नजर
द्रौपदी मुर्मू संथाल समुदाय से आती हैं. देश में भील और गोंड के बाद संथाल जनजाति की आबादी आदिवासियों में सबसे ज़्यादा है. देश में कई राज्यों की कई सीटों पर आदिवासी वोटर्स निर्णायक हैं. ऐसे में बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद तक पहुंचाकर अनुसूचित जनजाति के वोटर्स को अपनी ओर खींचने की बड़ी कोशिश की है. मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने से देश के करीब 9 फीसदी अनुसूचित जनजाति के वोटर्स को बड़ा संदेश जाएगा. इस कदम के जरिए बीजेपी ने संदेश दे दिया है कि वो आदिवासी समाज की सबसे बड़ी हितैषी है. दूसरा ये कि पीएम मोदी वंचित तबके के लिए काम करते हैं. साथ ही ये भी संदेश जाएगा कि मुख्य धारा से कटे समाज को BJP हिस्सेदारी देती है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

द्रौपदी मुर्मू के गृह राज्य ओडिशा, इससे लगे झारखंड और पूर्वोत्तर के राज्यों में शेड्यूल ट्राइब्स के लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है. बीजेपी अब इन लोगों के बीच अपनी पैठ और मजबूत करना चाहती है. साथ ही देश के दूसरे राज्यों के आदिवासी समुदाय को भी वो लुभाना चाहती है. इसीलिए बीजेपी ने ऐलान किया है कि वो द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने का जश्न देश के 100 से ज्यादा आदिवासी बहुल जिलों और 1 लाख 30 हजार गांवों में मनाएगी. बीजेपी कह चुकी है कि द्रौपदी मुर्मू का देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचना एक बड़ा प्रतीक है.

आइडेंटिटी पॉलिटिक्स
देश में आइडेंटिटी पॉलिटिक्स का कितना महत्व है ये बात बीजेपी ही नहीं हर पार्टी जानती है. लेकिन सही समय पर सही फैसला लेने का जो कला पीएम मोदी ने हासिल की है उसमें बाकी काफी पीछे हैं. 2017 का राष्ट्रपति चुनाव इसके एक बड़ा उदाहरण है. रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाने के बाद दलित वोटर्स का बीजेपी पर काफी भरोसा बढ़ा है. 2019 लोकसभा चुनाव और इसी साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव के आंकड़े इसके गवाह हैं. अब द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर बीजेपी ने 2024 के चुनावों से पहले देश के आदिवासी वोटरो को अपनी तरफ करने का बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

द्रौपदी मुर्मू के बहाने महिला वोटरों पर भी नजर
भारत में महिलाओं की आबादी पुरुषों के बराबर है. बीजेपी को उम्मीद है कि द्रौपदी मुर्मू की जीत से महिलाओं में भी एक सकारात्मक संदेश जाएगा. ऐसा माना जाता है कि महिला वोटरों का झुकाव बीजेपी की तरफ होता है. खुद प्रधानमंत्री कई बार इसका जिक्र कर चुके हैं. ऐसे में एक महिला के राष्ट्रपति बनने से बीजेपी को महिला वोटर्स में अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है. खास तौर पर गरीब और वंचित समाज से आनेवाली महिलाओं पर. इसका काट किसी भी राजनीतिक पार्टी के पास नहीं है. महिला और आदिवासी समुदाय से आने की वजह से पीएम मोदी की सबसे बड़ी विरोधी माने जानेवाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्रौपदी मुर्मू के नाम का विरोध नहीं कर पाईं. शिव सेना में भी उनके नाम पर टूट दिखाई दी. झारखंड में कांग्रेस गठबंधन के साथी हेमंत सोरेन को भी मजबूरी में यशवंत सिन्हा को छोड़ कर द्रौपदी मुर्मू के साथ जाना पड़ा. राष्ट्रपति चुनाव में कई पार्टियों में मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग देखने को मिली.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कुशल रणनीतिकार हैं. उन्हें पता है कि 2024 में अगर देश के किसी भी हिस्से में एंटी-इंकंबेंसी से उनके कुछ वोट कम हो सकते हैं तो इसके लिए उन्होंने नए वर्ग और नए राज्यों में पर ध्यान केंद्रित कर दिया है. राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू का चुनाव भी इसी बड़ी रणनीति का एक हिस्सा है. क्या प्रधानमंत्री मोदी की ये रणनीति कारगर साबित होगी, ये तो आनेवाले चुनावी नतीजे ही बताएंगे.

रिटायर होने के बाद क्या करते रहे हैं भारतीय राष्ट्रपति…

DESK :  रामनाम कोविंद पांच साल तक राष्ट्रपति की भूमिका निभाने के बाद अब रिटायर हो चुके हैं. वह अब अपना समय दिल्ली में पृथ्वीराज रोड स्थित बड़े बंगले में एक सीमित स्टाफ के साथ गुजारेंगे. अभी तक उन्होेंने जाहिर नहीं किया है कि वह अब अपने समय का उपयोग कैसे करना चाहेंगे. वह भारत के 14वें राष्ट्रपति थे. क्या आपको मालूम है कि उनसे पहले के राष्ट्रपति रिटायर होने के बाद क्या करते थे.

भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद अब तक के अकेले राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 1952 से लेकर 1962 तक दो टर्म पूरे किए. इसके बाद वो रिटायर होकर पटना के सदाकत आश्रम चले गए. जब वो राष्ट्रपति भवन से गए तो केवल अपने जरूरी सामानों के साथ विदा हुए. सदाकत आश्रम में जाने के बाद उनकी योजना अपने राष्ट्रपति कार्यकाल पर किताब लिखने की थी लेकिन वो गंभीर तौर पर बीमार रहने लगे. रिटायर होने के कुछ ही महीनों बाद 78 साल की उम्र में उनका निधन हो गया

राधाकृष्णन रिटायर होने के बाद भी मुखर रहते थे
डॉक्टर राधाकृष्ण अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धी के दार्शनिक थे. उन्होंने एक से एक चर्चित किताबें लिखीं. जब वो राष्ट्रपति थे, उस दौरान भी उनकी एक दो किताबें प्रकाशित हुईं. 1967 में रिटायर होने के बाद वह मद्रास (अब चेन्नई) चले गए. अपने निजी घर में रहने लगे. हालांकि जब वह रिटायर हुए तब उनकी उम्र 79 वर्ष थी लेकिन इसके बाद भी वो काफी सक्रिय रहते थे. उन्हें लेक्चर और सेमिनारों में बुलाया जाता था. वह वहां जाते थे.

आमतौर पर राष्ट्रपति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने से बचते हैं.

लेकिन राधाकृष्णन हमेशा खुलकर बोलते थे. वह इतने सक्रिय रहते थे कि वियतनाम में एक शांति समझौता कराने के लिए जाने को तैयार थे. उसमें उन्होंने भूमिका भी निभाई थी. 86 साल की उम्र में हृदयगति रुकने से उनका निधन हुआ.

वीवी गिरी ने चेन्नई में शांत जीवन गुजारा
राधाकृष्णन के बाद डॉक्टर जाकिर हुसैन राष्ट्रपति बने. वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षाविद और इकोनामिस्ट के तौर पर प्रसिद्ध थे लेकिन कार्यकाल के बीच में ही हार्टअटैक से उनका निधन हो गया. उनके बाद वीवी गिरी राष्ट्रपति बने, जो देश-विदेश में श्रमिक अधिकारों पर काम के लिए जाने जाते थे. उनका जन्म मद्रास में हुआ था. 1974 में जब उनका कार्यकाल खत्म हुआ तो वह 80 साल के थे. वह मद्रास में अपने निजी घर में रहने के लिए चले गए. वह आमतौर पर घऱ पर ही शांत जीवन गुजारते थे. 86 साल की उम्र में हृदयाघात से उनका निधन हुआ.

नीलम संजीव रेड्डी गृह जनपद चले गए
नीलम संजीव रेड्डी जब राष्ट्रपति पद से 1982 में रिटायर हुए तो वह कमोवेश दूसरे राष्ट्रपतियों की तुलना में कम उम्र के कहे जाएंगे. तब वह 69 साल के थे. वह रिटायर होने के बाद आंध्र प्रदेश के अपने गृह जनपद अनंतपुर चले गए. वहां सरकार ने उनके लिए तीन बेडरूम का एक घर बनवाया. जिसमें वह रहने लगे. वह हल्के फुल्के तौर पर सक्रिय रहते थे लेकिन उन्होंने अपना बाकि जीवन पढ़ने लिखने और परिवार के बीच बिता दिया. उनका पैतृक गांव इलुरू उनके इस घर नाग विहार से 30 किलोमीटर दूर था. वह अक्सर वहां भी चले जाते थे. वहां उनका फॉर्महाउस था. जिसकी गतिविधियों में वह सक्रिय रहते थे.

भारत के आठवें राष्ट्रपति आर वेंकटरमन राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी से मिलते हुए. (courtesy – rashtrapati sachivalaya)

वैसे जब रेड्डी ने पद का कार्यकाल खत्म किया तो उन्होंने विदाई भाषण में पूर्ववर्ती सरकारों की इसलिए आलोचना की कि वो जनता के जीवनस्तर को बेहतर नहीं कर पाईं. उन्होंने रिटायर होने के बाद अपने कार्यकाल पर एक किताब भी लिखी. इस किताब का नाम था विदआउट फीयर आर फेवर-रिमिनिसेंसेज एंड रिफलेक्शंस ऑफ ए प्रेसीडेंट. 83 साल की उम्र में 1996 में बेंगलुरु के एक अस्पताल में न्यूमोनिया से उनकी मृत्यु हो गई.

जैल सिंह लगातार अपने गांव जाते रहते थे

जैल सिंह जब 1989 में राष्ट्रपति पद से विदा हुए तो बहुत कटुता वाला माहौल था. क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से उनके रिश्ते बहुत खराब हो गए थे. उन्होंने दिल्ली में ही बसने का फैसला किया. सरकार ने उन्हें बंगला अलाट किया. लेकिन वो पंजाब के कार्यक्रमों में सक्रिय रहते थे. अपने करतारपुर के गांव भी काफी जाते थे. एक बार अपने गांव से लौटते समय ही उन्हें सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं. वह चंडीगढ़ के पीजीआई में एक महीने से ज्यादा कोमा की स्थिति में रहे. इसी दौरान उनकी मृत्यु भी हुई.

रिटायर होकर वेंकटरमन के तीन चर्चित किताबें लिखीं
आर वेंकटरमन को काफी सक्षम और संविधान विशेषज्ञ राष्ट्रपति के तौर पर जाना जाता था. वह जब 1994 में रिटायर हुए तो मद्रास में जाकर गृह जनपद में रहने का फैसला किया. वहां उनके पास तीन मकान थे लेकिन इसके बाद भी उन्होंने जब लंबे चौड़े सरकारी आवास में जाने का फैसला किया और इसके रेनोवेशन में अन्नाद्रमुक की राज्य सरकार ने अच्छा खासा धन खर्च किया तो द्रमुक के नेता करुणानिधि ने इसकी कड़ी आलोचना की.

जब आठवें राष्ट्रपति रामास्वामी वेंकटरमन पद से हटे तो उन्होंने एक आत्मकथात्मक किताब लिखी माई प्रेसीडेंशियल ईयर्स. इस किताब में तमाम ऐसे खुलासे थे, जिससे 90 के दशक की शुरुआत में भारतीय राजनीति में सनसनी फैल गई.

उन्होंने आरोप लगाया कि वेंकटरमन अपने वीवीआईपी एरिया में बने इन तीनों मकानों के लिए मोटा किराया पा रहे हैं और सरकारी मकान में भी उन्होंने काफी खर्च कराया है. तब इस सरकारी बंगले की रंगत बदलने और सुरक्षा का ख्याल रखने के लिए 15 लाख रुपए खर्च हुए थे.

वेंकटरमन ने इस पर चुप रहना ही बेहतर समझा. उन्होंने रिटायर होने के बाद अपने कार्यकाल पर एक किताब लिखी – माई प्रेसीडेंशियल ईयर्स. जो काफी धमाकेदार और चर्चित किताब रही. इसके बाद उन्होंने दो किताबें और लिखीं. वह सबसे लंबा जीने वाले राष्ट्रपति रहे. वर्ष 2009 में जब उनका निधन हुआ तो वह 98 वर्ष के थे. कई गंभीर बीमारियों के बाद उन्हें दिल्ली के आर्मी हास्पिटल में इलाज के लिए लाया गया था लेकिन वह नहीं बच सके. उनका निधन गणतंत्र दिवस के दिन हुआ.

शंकर दयाल शर्मा बीमार रहने लगे थे
शंकर दयाल शर्मा का कार्यकाल 1997 में खत्म हुआ. वह राष्ट्रपति रहने के दौरान ही कई बीमारियों से घिर चुके थे. कार्यकाल खत्म होने के बाद वह सरकार द्वारा अलाट किए गए सरकारी बंगले में नई दिल्ली में ही रहने लगे लेकिन बीमारियों की वजह से वह बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं रहे. 1999 में तगड़े हार्टअटैक ने उनकी जान ले ली. उनका निधन 81 साल की उम्र में हुआ.

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम रिटायर होने के बाद दिल्ली में रहने लगे. हालांकि वह बहुत एक्टिव रहते थे. लगातार विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर देशभर के कॉलेजों में स्टूडेंट्स से रू-ब-रू होते थे. (फोटो सोशल मीडिया)

केआर नारायण ने अपनी संपत्ति आश्रम को दान दे दी 
अगले राष्ट्पति केआर नारायण जाने माने राजनयिक और शिक्षाविद थे. रिटायर होने के बाद वह दिल्ली में ही सरकार से अलाट बंगले में रहने लगे. वह कई तरह की संस्थाओं के साथ सक्रिय रहे. उन्होंने अपनी पैतृक संपत्ति किसी आश्रम को दान में दे दी थी.

कलाम लगातार कॉलेजों में लेक्चर लेने जाते थे
मिसाइलमैन एपीजे कलाम दो सूटकेस लेकर वर्ष 2002 में राष्ट्रपति भवन गए थे जब वह रिटायर हुए तो यही दो सूटकेस लेकर वहां से विदा हुए. जिसमें से एक में किताबें और एक में उनके कपड़े थे. रिटायर होने के बाद वह दिल्ली के सरकारी आवास में चले गए. कलाम काफी एक्टिव रहते थे.

प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल 2017 में खत्म हुआ. उसके बाद वो सक्रिय रहे. ना केवल उनके सरकारी बंगले पर मुलाकातियों की भीड़ होती थी बल्कि वो तमाम कार्यक्रमों में आमंत्रित होते थे. उन्होंने एक किताब भी लिखी. (विकी कामंस)

वह लगातार आईआईएम और आईआईएससी ही नहीं कई शिक्षा संस्थानों में जाकर छात्रों को लेक्चर देते थे. आईआईएम शिलांग में एक लेक्चर के दौरान ही 2015 में वह यकायक गिरे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन कार्डिक अरेस्ट के बाद उनका निधन हो गया. वह अंतिम क्षणों तक सक्रिय रहने वाले राष्ट्रपति थे. उन्होंने रिटायर होने के बाद बेस्ट सेलर बुक्स भी लिखीं.

प्रतिभा पाटिल अपने रिटायरमेंट आवास को लेकर विवादों में थीं
उनके बाद राष्ट्रपति बनने वाली प्रतिभा पाटिल रिटायर होने के बाद तब आलोचना में आ गईं. जब पुणे में उन्होंने बड़ी लागत से अपने लिए रिटायरमेंट के बाद रहने के लिए घर तैयार कराना शुरू किया. हालांकि जब इसकी मीडिया में आलोचना होने लगी तो उन्होंने उस घर में जान की बजाए एक सरकारी घर की ओर रुख किया. हालांकि ये घर भी काफी लंबा चौड़ा है. पाटिल यहीं रहती हैं. वह सार्वजनिक तौर पर बहुत सक्रिय नहीं रहतीं.

प्रणब भी सक्रिय रहे, किताब भी लिखी
प्रणब मुखर्जी 14वें राष्ट्पति थे. वह वर्ष 2017 में जब रिटायर हुए तो नई दिल्ली के एक बड़े सरकारी आवास में शिफ्ट हो गए. प्रणब काफी सक्रिय रहते थे. उन्हें ना केवल तमाम कार्यक्रमों में बुलाया जाता था बल्कि वो इसमें सहर्ष जाते थे. दिल्ली में उनके घर पर भी मुलाकातियों का तांता लगा रहता था. उन्होंने रिटायरमेंट के बाद एक किताब भी लिखी, जो उनकी राजनीतिक यात्रा के अनुभवों पर थी. ये काफी चर्चित किताब रही. हालांकि 2020 में वह गंभीर तौर पर बीमार हुए और उन्हें बचाया नहीं जा सका. 84 साल की उम्र में उनका निधन हुआ.

महाराष्ट्र की नई सरकार ‘शैतानी महत्वाकांक्षा’ से पैदा हुई, गिर जाएगी : आदित्य ठाकरे..

DESK : शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नयी सरकार असंवैधानिक है और यह ‘शैतानी महत्वाकांक्षा’ से पैदा हुई है। ठाकरे अपनी ‘शिव संवाद यात्रा’ के तहत औरंगाबाद में लोगों को संबोधित कर रहे थे। यात्रा के दौरान उन्होंने वैजापुर, खुलताबाद और एलोरा का दौरा किया। ठाकरे ने कहा, ‘‘शैतानी महत्वाकांक्षा के कारण बनी यह सरकार असंवैधानिक और अवैध है। यह अस्थायी सरकार है और गिर जाएगी।”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उन्होंने दावा किया कि बगावत की साजिश पिछले साल दिवाली के त्योहार के आसपास शुरू हुई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सर्जरी कराने के बाद ठीक हो रहे थे। ठाकरे ने दावा किया, ‘‘इन लोगों (शिंदे खेमा) ने जो किया वह मानवता के खिलाफ है। जब उनके नेता (उद्धव) कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर बीमार पड़ गए, तो वे लोग (बागी विधायक) जून में सूरत चले गए।”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उन्होंने कहा कि नई सरकार द्वारा औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने की प्रक्रिया को रोकने और फिर इसे फिर से जारी करने (नाम के साथ छत्रपति जोड़ने) का निर्णय बचकाना था। उन्होंने कहा कि यहां हवाई अड्डे का नाम बदलना अधर में लटका हुआ है। शिवसेना के पूर्व लोकसभा सदस्य चंद्रकांत खैरे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शिंदे का इस्तेमाल किया क्योंकि उसे महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को हटाना मुश्किल हो रहा था। वहीं, विधायक उदयसिंह राजपूत ने कहा कि ‘ठाकरे ब्रांड’ हमेशा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त है।

अखिलेश यादव ने घेरा तो मंत्री नंद गोपाल गुप्ता को कहा-बारिश में धंस गया बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे!

DESK : बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को शुरू हुए पांच दिन भी नहीं हुए हैं कि सारे दावे की पोल खुल गई है। जरा सी बारिश ने मजबूती के दावे की हवा निकाल दी है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं ने योगी सरकार को घेरे में लिया। इस पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने पलटवार किया है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मंत्री नंदी ने कहा, “अखिलेश यादव सुना है आप ऑस्ट्रेलिया से पढ़कर लौटे हैं। अलग बात है कि आप अपने को गूगल मैप का बड़ा जानकार बताते हैं, लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की मर्यादा के अनुसार थोड़ा लिखकर फिर पढ़कर पोस्ट करना चाहिए। कम से कम बेसिक टेक्निकल नॉलेज तो आपको होनी ही चाहिए।” उन्होंने आगे लिखा, “स्ट्रेट–एज और प्रोफाइलोमीटर से सतह असमानता की जांच और जहां कहीं भी असमानता है, उसको दूर करने के लिए विशिष्टियों के अनुसार आयताकार भाग में पूर्व प्रयुक्त सामग्री को हटाकर दोबारा सरफेस लेयर का कार्य किया जा रहा है। मेरी आपको सलाह है कि अपने अल्पज्ञानी सलाहकारों के अधकचरे ज्ञान के भरोसे राजनीति न करें।”

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि ये है बीजेपी के आधे-अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमूना। उधर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया ही था कि इधर एक हफ्ते में ही इस पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए। अच्छा हुआ इस पर रनवे नहीं बना।”

Exit mobile version