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पंजाब के सीएम भगवंत मान की बढ़ी मुसीबत, पंजाब में फिर शुरू हुआ किसान आंदोलन…

किसान आंदोलन के कारण मोदी सरकार को अपना कृषि कानून वापस लेना पड़ा था...

DESK. किसान आंदोलन के कारण मोदी सरकार को अपना कृषि कानून वापस लेना पड़ा था. लेकिन एक बार फिर किसान आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है. किसान अब पंजाब में जुटने लगे हैं और वे लम्बे संघर्ष के लिए डटे हुए हैं. दरअसल, पंजाब के 23 किसान संघों ने गेहूं खरीद पर बोनस और 10 जून से धान की बुवाई शुरू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन करने की शुरुआत कर दी है. मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर किसान राजधानी चंडीगढ़ पहुंचना चाह रहे थे. लेकिन उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया गया जिसके बाद नाराज किसानों ने सड़क पर ही रास्ते पर बैठ गए और यही रात बिताई.

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इस बीच, किसानों के आंदोलन को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों से अपील की कि उन्हें एक साल का समय दिया जाए. वे एक साल के भीतर किसानों की समस्याओं को सुलझाने की पूरी कोशिश करेंगे. इतना ही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान में किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है. एक किसान नेता के मुताबिक के मोहाली के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए उन्हें आमंत्रित किया है. किसानों की ओर से कहा गया है कि वे मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए जा रहे हैं.

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भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि राज्य सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि उनकी सरकार बातचीत के लिए तैयार है तो इसके जवाब में लक्खोवाल ने कहा कि किसान बैठक से दूर नहीं भागते. उन्होंने कहा हम यहीं हैं. उन्हें (मुख्यमंत्री) बैठक के लिए समय देना होगा. दरवाजे़ कहां खुले हैं? उन्होंने अपने दरवाजे़ बंद कर लिए हैं.

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