Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम के तकनीकी सत्र के बाद जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। किसानों को विभिन्न योजनाओं के जरिए लाभ दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती का राष्ट्रीय मिशन स्थापित किया गया है। प्रदेश में गंगा के तटवर्ती जनपदों एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी सात जनपदों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश प्राकृतिक खेती बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि लोग विकास के लिए पर्यावरण को जहरीला बनाते जा रहे हैं। जीवन का अस्तित्व पांच तत्वों-क्षिति, जल, पावक, गगन, समीर से ही है। अब इन्हें बचाने की जरूरत है। प्रयागराज कुंभ-2019 में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे और दुनिया के सामने सुरक्षा, सुव्यवस्था व स्वच्छता का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत हुआ था।
सीएम योगी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से जब पूरी दुनिया पस्त थी। भारत ने लोकतांत्रिक मूल्यों एवं आदर्शों का सम्मान करते हुए अपनी लगभग 140 करोड़ की आबादी के लिए सुरक्षा कवच के रूप में स्वदेशी वैक्सीन विकसित की। यह नए भारत की नई तस्वीर को प्रस्तुत करता है। भारत की दोनों कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी वैक्सीन रहीं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने स्वतंत्रता भवन में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी सम्बोधित किया। संगोष्ठी में भूमि और सतत विकास, भूमि उपयोग, प्रबंधन और कानून, भूमि और स्वास्थ्य, भूमि एवं अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य, खेती की पद्धति में बदलाव और उसके परिणाम के साथ ही भूस्खलन एवं खनन पर भी मंथन हुआ।