नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए 32 बच्चों को चुना गया है। बच्चों को यह पुरस्कार नवाचार, खेल, कला, संस्कृति, बहादुरी और समाज सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उनके प्रदर्शन और उपलब्धियों के लिए दिया जाता है।
भारत सरकार की ओर से पीएम राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इस साल, बाल शक्ति पुरस्कार नवाचार, खेल, कला, संस्कृति, बहादुरी और समाज सेवा जैसे विभिन्न श्रेणियों के तहत देश भर के 32 आवेदकों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-पीएमआरबीपी-2021 के लिए चुना गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ विजेताओं के साथ बातचीत की। बातटीत को दौरान प्रधानमंत्री ने बाल पुरस्कार विजेता बच्चों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोरोना के कारण हमारी वर्चुअल मुलाकात हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है, लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में अहम भूमिका निभाई है। साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी। उन्होंने कहा कि आपने जो काम किया है, आपको जो पुरस्कार मिला है, वो इसलिए भी खास है कि आपने ये सब कोरोना काल में किया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी कम उम्र में आपके द्वारा किए काम हैरान करने वाले हैं। आपको इस सफलता की खुशी में खो नहीं जाना है। जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीफ करेंगे, लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है। तारीफ में भटककर यदि आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है।