नई दिल्ली। दिल्ली में तीसरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों की परीक्षा अब नहीं होगी। उन्हें ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ के तहत अगली क्लास में प्रमोट किया जायेगा। बता दें कि ये नियम केवल सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में लागू किया जायेगा।
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते पिछले एक साल से स्कूल बंद हैं। साल 2020 में भी इसी आधार पर बच्चों को अगली कक्षाओं में भेजा गया था। इस भी वार्षिक परीक्षाओं के बजाय उनका मूल्यांकन आसाइनमेंट और वर्कशीट के आधार पर किया जायेगा। शिक्षा निदेशालय ने इसे लेकर दिशानिर्देश भी जारी कर दिए हैं।
गौरतलब है कि अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू होता है। ऐसे में इस बार फिर असाइनमेंट के आधार पर ही छात्रों को प्रमोट किया जा रहा है। बच्चों का मूल्यांकन 100 अंकों के आधार पर ही होगा। इसके लिए अंकों की वेटेज भी तय की गई है। कोरोना के कारण उत्पन्न हालात को देखते हुए वैकल्पिक शिक्षा पद्धति का प्रभाव जानने के लिए ही यह मूल्यांकन किया जा रहा है। इससे निदेशालय को अगले सत्र के लिए रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।