दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने श्रीगंगानगर जिले में हुई सभा में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर जोरदार हमला बोला और उसपर देर रात कांग्रेस ने भी पलटवार किया है. देर रात उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और विधायक रोहित बोहरा और प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने प्रेस वार्ता के जरिये पलटवार किया है. वहीं, मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट करके कहा है कि मुख्यमंत्री और सरकार द्वारा अपनी योजना, फैसले और कामकाज की जानकारी देना ‘नीच हरकत’ मानते हैं आप…? पूरी दिल्ली को आपने होर्डिंग-बैनरों से पाट रखा है वो भी ‘नीच हरकत’ ही है ना..? मुख्यमंत्री होते हुए दूसरे मुख्यमंत्री के लिए इतने घटिया शब्दों का इस्तेमाल शोभा नहीं देता, ये बेहद निंदनीय है और स्तरहीन राजनीति का परिचायक है. इसपर सियासत गर्मा गई है.
अरविंद केजरीवाल के बयान पर सियासत गरमाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि जब हम यहां आ रहे थे तब हमने देखा कि पूरे गंगानगर और इस स्टेडियम के आसपास गहलोत साहब के पोस्टर लगा रखे हैं. उनसे कहना चाहता हूं कि अगर उन्होंने पिछले 5 साल काम किया होता तो उन्हें ऐसा नहीं करना पड़ता. केजरीवाल ने कहा कि यहां सभा में 15-20 लोग आए और वे कुर्सियां फेंक रहे थे. यह सब कायरों की हरकत है. आप (सीएम गहलोत) ने 5 साल काम नहीं किया और यही कारण है कि आप यह कर रहे हैं. इस बात पर अब सियासी माहौल गर्म हो गया है.
कांग्रेस ने किया पलटवार 
अब मुख्यमंत्री केजवरीवाल के पोस्टर वाले बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है कि अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यहां अशोक गहलोत के पोस्टर लगे हैं, जो नीच हरकत है. RTI से जानकारी मिली है कि केजरीवाल जी ने शीला दीक्षित जी की सरकार के मुकाबले 4200% ऐडवरटाइजमेंट का बजट बढ़ाया है. ये कौनसी हरकत आप कर रहे हैं? केजरीवाल जी जो दिल्ली में एक नाला बनने पर भी अपना चेहरा लगाकर विज्ञापन देते हैं. इतना ही नहीं महेंद्र चौधरी ने कहा कि केजरीवाल जी कह रहे थे कि दिल्ली में कोई पेपर लीक नहीं होते. पर वो ये बताना भूल गए कि दिल्ली में सरकारी नौकरी ही नहीं दी जाती.
RTI के जवाब में आया है कि 2015 से 2023 तक आप सरकार ने केवल 440 नौकरियां दी हैं. पंजाब में तो 12वीं क्लास तक के पेपर लीक हो रहे हैं. पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का पेपर रद्द करना पड़ा क्योंकि पेपर पर सवालों के साथ जवाब तक प्रिंट कर दिए. पंजाब में नायब तहसीलदार भर्ती का पेपर रद्द करना पड़ा.किसी ने उनकी स्पीच में लिख दिया कि राजस्थान में सिर्फ चिरंजीवी योजना से भर्ती होने पर फ्री इलाज होता है. उन्हें ये नहीं पता कि राजस्थान में निरोगी राजस्थान योजना से सरकारी अस्पतालों में OPD, IPD का पूरा इलाज फ्री है. कोई पर्ची कटने तक का पैसा नहीं कटता.
 
                                                                         
				                
				             
						             
						             
						             
 
			         
 
			         
 
			         
 
			         
				             
				             
				            
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