मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राष्ट्रीय हिंदी विज्ञान सम्मेलन 2024 कार्यक्रम के समापन पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि “विज्ञान भारती द्वारा आज राष्ट्रभाषा हिंदी और विज्ञान सम्मेलन अर्थात विज्ञान में हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिए तकनीकी रूप से स्व-भाषा को बढ़ावा देने का एक बड़ा अभियान शुरू हुआ है, ये चौथा राष्ट्रीय सम्मेलन है। मेरी अपनी ओर से इस पूरे आयोजन के लिए सभी को बधाई
डॉ यादव ने कहा कि अभी ये कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है। आने वाले समय में ये कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर का भी होना चाहिए। क्योंकि स्व-भाषा को जानने वाले विद्वान अगर अपने रिसर्च को हिंदी में करते हैं और उसके तकनीकी शब्दों को हिंदी में अनुवाद करते हैं तो सहज रूप से उसे पूरे देश में लोकप्रियता मिलेगी। इससे आमजन की विज्ञान के प्रति जिज्ञासाएं बढ़ेगी और लोगों की अपनी आत्मीयता भी बढ़ेगी।
➡️मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, राष्ट्रीय हिंदी विज्ञान सम्मेलन कार्यक्रम में हुए शामिल
➡️मुख्यमंत्री डॉ यादव ने विज्ञान में हिंदी को प्रोत्साहन और रिसर्च पर दिया @DrMohanYadav51 #MadhyaPradesh #Latest_News #AaryaaDigitalOTT pic.twitter.com/dKSLOvksit— Aaryaa News India (@AaryaaNewsIndia) July 30, 2024
डॉ यादव ने कहा कि ऐसे सभी रिसर्च को प्रोत्साहन देने के लिए जो पढ़े-लिखे नहीं भी हैं, वो भी अगर कोई अनूठे आविष्कार लेकर आते हैं तो विज्ञान भारती इसका प्रबंध करें। हर साल अपनी प्रतिभा के बल पर जो भी होनहार लोग हैं, वो अपनी प्रतिभा को लाकर इस तरह के आयोजन में भागीदार बने