झारखंड के रांची में एक बुरी तरह से घायल व्यक्ति को हाथ गाड़ी से अस्पताल ले जाने के लिए परिवार मजबूर हो गया।
दरअसल एक दुर्घटना के दौरान अपना पैर घायल करने वाले रोगी को रांची के RIMS अस्पताल में हाथ गाड़ी से ले जाया गया। बताया जा रहा है की एम्बुलेंस सेवा ने व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए बहुत अधिक रकम की मांग की थी, जिसके बाद परिवार को मजबूरन व्यक्ति को हाथ गाड़ी पर अस्पताल ले जाना पड़ा।
इतना ही नहीं रोगी के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने व्यक्ति को अस्पताल ले जाने में मदद करने के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा को फोन किया था, तो एम्बुलेंस सेवा ने बहुत ज्यादा रकम मांगी। उन्होंने कहा कि चूंकि वे एम्बुलेंस सेवा द्वारा वसूल की जा रही मोटी फीस नहीं चुका सकते थे तो मजबूरन उन्हें हाथ गाड़ी पर टूटे हुए पैर के साथ मरीज को ले जाना पड़ा।
गोरतलभ है की राज्य में लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ 317 से अधिक एम्बुलेंस हैं। मरीजों के लिए 108 एंबुलेंस सेवा मुफ्त है।