पिछले 40 दिनों से केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर जारी हैं। कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच अब तक 7 बैठक हो चुकी है, मगर किसी भी बैठक में कोई निष्कर्ष निकल कर नहीं आया है। सरकार से किसान बिल्कुल संतुष्ट नहीं है, जिसके चलते किसानों ने 6 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की थी। जिसके बाद प्रशासन टेंशन में आ गया है। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान कोई ऊंच नीच ना हो जाए यह देखते हुए दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी गई है।
जैस-जैसे समय बढ़ रहा है वैसे-वैसे किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, जो कि सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। किसान आंदोलन के चलते सीमाओं के घिर जाने से यातायात में लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हर कोई हालात के सामान्य होने का इंतजार कर रहा है ।
बता दें, किसानों द्वारा आयोजित की जाने वाली ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर ऐसे किसानों पर ध्यान दिया जा रहा है जिनके पास ट्रैक्टर हैं। इन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल आंदोलन में न होने पाए इसका खास ख्याल रखा जा रहा है, और निगरानी की जा रही है। बताया जा रहा है की अगर जल्द किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो किसान आंदोलन 26 जनवरी को अलग रुप धारण करेगा।