लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण की वोटिंग हो चुकी है अब सिर्फ दो चरणों की वोटिंग बाकी है.1 जून को वोटिंग खत्म होने के बाद 4 जून को काउंटिंग होगी.इससे पहले अपने चुनावी दौरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार चैनलों को इंटरव्यू दे रहे हैं जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि चार जून को चुनावी नतीजे आने के बाद बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा.इतना ही नहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी निवेशकों को सस्ते में शेयर खरीदने की सलाह दी है। सवाल यह है कि चुनाव नतीजे आने तक निवेशकों को क्या करना चाहिए?
शेयर बाजार के अनुभवी ट्रेडर्स से लेकर नए म्यूचुअल फंड निवेशकों तक, सभी को 4 जून 2024 का बेसब्री से इंतजार हैं। इस दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक इंटरव्यू में कहा कि चुनाव के नतीजों के बाद शेयर बाजार में भारी तेजी आएगी। उनसे पूछा गया था कि क्या चुनाव नतीजों को लेकर शेयर बाजार में घबराहट दिख रही है? इस पर मोदी ने कहा कि जब चुनाव के नतीजे आएंगे तो पूरे हफ्ते ट्रेड करने वाले लोग थक जाएंगे। लोकसभा चुनावों के पिछले कुछ चरणों में कम मतदान के कारण नतीजों को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है। इससे शेयर बाजार में बेचैनी दिख रही है। सूत्रों का अनुमान है कि चुनाव समाप्त होने तक शेयर बाजार में उथल-पुथल जारी रहेगी। कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निवेशकों को 4 जून 2024 से पहले सस्ते में शेयर खरीदने की सलाह दी थी। उनका कहना था चुनाव नतीजों के बाद बाजार में तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि शेयर मार्केट में गिरावट को चुनावों से जोड़ना सही नहीं है।
अब सवाल यह है कि चुनाव के नतीजे आने तक निवेशकों को क्या करना चाहिए? क्या यह अधिक स्टॉक जमा करने का समय है या अस्थिरता से बचने और सुरक्षित खेलने का? फाइनेंशियल एडवाइजरों की मानें तो संभावित प्रॉफिट बुकिंग के लिए अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक और म्यूचुअल फंड की समीक्षा करें। खासकर उन सेगमेंट में इसकी जरूरत है जिनमें तेज उछाल देखा गया है। इससे आपको जोखिम से निपटने में मदद मिलेगी। ये समय तीन अंकों के पीई रेश्यो पर कारोबार कर रहे कई शेयरों को बेचने का एक अच्छा अवसर है।
एक और फाइनेंशियल एडवाइजर के मुताबिक चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चित निवेशकों को नए निवेश को दो हिस्सों में बांटना चाहिए। इसका एक हिस्सा अभी निवेश करना चाहिए और दूसरा हिस्सा नतीजे घोषित होने के बाद। उनका कहना है कि जोखिम उठाने की क्षमता रखने वाले निवेशक अभी निवेश करना शुरू कर सकते हैं और बाद में और निवेश कर सकते हैं। चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों, हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे सेक्टरों को लेकर पॉजिटिव हैं। बिजली, बैंक, रेलवे और डिफेंस सेक्टर के शेयरों में लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है लेकिन चुनाव नतीजों के तुरंत बाद इनमें उतार-चढ़ाव आ सकता है। इक्विटी में निवेश करते समय पांच साल से अधिक का लॉन्ग-टर्म फोकस महत्वपूर्ण है।
तो वहीं कई फाइनेंशियल एडवाइजर सलाह दे रहे है कि अक्षय ऊर्जा, शिपिंग, बंदरगाह, रक्षा और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्र विकास के लिए तैयार हैं, जिससे समग्र अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। अगर नतीजों के दिन से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहता है तो निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। शेयर की कीमतों में गिरावट कई लोगों के लिए एक अवसर हो सकती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को अनुशासित निवेश रणनीति बनानी चाहिए और जल्दबाजी में फैसला लेने से बचना चाहिए।
अब आपको बताते हैं कि किन शेयरों में आप पैसा लगा सकते हैं…. बाजार की अनिश्चितता के दौरान निवेश करने से मौका मिल सकता है। हाई क्वालिटी वाली कंपनियों पर फोकस करना चाहिए जिनकी कीमत में अभी गिरावट आई है। अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने की जरूरत है। निवेशक अभी क्या खरीद सकते हैं? इस पर फाइनेंशियल एडवाइजर की राय है कि पिछले चार से छह महीनों में बाजार की चाल मौजूदा सरकार के सत्ता में बने रहने की उम्मीदों से प्रेरित रही है।
इससे इन्फ्रास्ट्रक्चर, पूंजीगत सामान और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सरकारी खर्च की नीति जारी रहने की संभावना है। निवेशकों को बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए क्योंकि ऐतिहासिक रूप से, चुनाव के बाद के नतीजों ने बाजार पर कोई खास असर नहीं डाला है।
पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से सोने के भाव में तेजी आई है और वो हर रोज नए रिकार्ड बना रहा है उससे कई एडवाइजर सोने में निवेश की सलाह दे रहे हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या जब सोना रिकार्ड स्तर पर चल रहा है तो इसमें निवेश फायदेमंद होगा इसके जवाब में एडवाइजरों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में सोने ने मजबूत प्रदर्शन किया है, पिछले महीने निचले स्तर से लेकर उच्चतम स्तर तक 30% से अधिक की तेजी आई है। यदि आप अभी बाजार में आक्रामक रूप से प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह एक चुनौती हो सकती है। हम सोने पर दीर्घावधि में तेजी की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा स्तरों पर इसे खरीदने की सलाह नहीं देते। यदि आप बड़ी राशि निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा बाजार की स्थिति का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें।