नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में भूमाफियाओं और दबंगों के हौसले लगातार बुलंद हैं। राज्य सरकार लगातार दावे करती रही है कि अपराधी अब राज्य में नहीं बल्कि जेल में होंगे। लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासन सीएम के इस दावे में पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रही है।
ताजा मामला गिड़ा थाना क्षेत्र का है जहां एक पीड़ित अपने ही घर और पुश्तैनी जमीन पर अपने ही पट्टीदारों द्वारा अवैध तरीके से कब्जा किए जाने के बाद इधर-उधर रहकर अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहा है। पीड़ित ने पत्नी के साथ शास्त्री चौक स्थित गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित बद्रीनाथ उर्फ बद्री नारायन निवासी ग्राम व पोस्ट बाघागाडा ने बताया कि सगे चाचा जगदीश 8 वर्ष पहले पुस्तैनी जमीन को फर्जी तरीके से सम्पूर्ण हिस्सा अपने नाम करा लिया तभी से काबिज भी है तथा मुकदमा चल रहा है। मैंने अपना जान बचाकर अपने ननिहाल अकुलही, थाना खोराबार में निवास करता हूं, मैं जिला पंचायत राज विभाग में पति-पत्नी सफाई कर्मी के पद पर ब्लाक खोराबार, गोरखपुर में कार्यरत है।
पीड़ित का कहना है कि हम दोनों पूरी घटना की सूचना नौसढ़ चौकी प्रभारी महोदय को दिये तथा घटना का वीडियो रिकार्डिंग भी दिखाये। बर्बता देख कार्यवाही करने के बजाए रफ रजिस्टर पर नाम पता नोट कर वापस कर कर दिये। हम दोनों को अन्दरूनी काफी चोंटे आयी है। जबकि इस घटना के पूर्व भी दोनों मनबढ़ हमारे ननिहाल जाकर हमला कर चुके है तथा कई बार जान से मारने की धमकी दे चुके है जिसकी सूचना मुकामी थाना खोराबार को दिनांक 24 अप्रैल 2015 को दिया लेकिन एनसीआर दर्ज कर कार्यवाही नहीं किया गया। हम चाहते हैं कि उपरोक्त घटना को संज्ञान में लेकर मनबढ़ दबंगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कर न्याय दिलाने का कष्ट करें।